मुहब्बत की निशानी…
वकील कुशवाहा आकाश महेशपुरीकुशीनगर(उत्तर प्रदेश) ******************************************** मुहब्बत की निशानी ढूँढता हूँ।वही अपनी जवानी ढूँढता हूँ। कभी ख़त तो कभी तस्वीर उसकी,सभी चीजें पुरानी ढूँढता हूँ। शहर में,गाँव में,सारे जहाँ में,छुपा चेहरा नूरानी ढूँढता हूँ। जो करता था मेरी रातें सुगंधित,वही मैं रातरानी ढूँढता हूँ। वही मैं ढूँढता हूँ प्यार उसका,वही बारिश का पानी ढूँढता हूँ। भले … Read more