समय

मनोरमा चन्द्रा रायपुर(छत्तीसगढ़) ******************************************************** समय बड़ा बलवान है, मत करना अभिमान। समय साथ जो जाग ले, वही श्रेष्ठ इंसानll राजा रंक फकीर सब, पल का रखते ध्यान। समय बहुत बहुमूल्य है, पारस रत्न समानll समय-समय का फ़ेर है, सभी दिखाते रंग। क्षण भर में बदले मनुज, बदले जीवन ढंगll हर पल चिंता मनुज कर, खोजे … Read more

धैर्य

मनोरमा जोशी ‘मनु’  इंदौर(मध्यप्रदेश)  **************************************************** दु:ख आए सह लिया, बुद्धिमान का काम ज्यों धरती सहती सभी, मेह शीत या घाम। विचलित करता है नहीं, जलनिधि को तूफान शान्ति भंग करते नहीं, दु:ख में पुरूष महान। किसी परिस्थिति में कभी, मन संतुलन गंवाय धैर्य न खोते विपत्ति में, महापुरूष समुदाय। सब छूटे छोड़ दें, किन्तु न … Read more

झरोखा

मनोरमा चन्द्रा रायपुर(छत्तीसगढ़) ******************************************************** सूर्य किरण की लालिमा, लगे मुझे शुभ आज। देख आँख मदहोश है, रूप-रंग का साज! आँख झरोखे देखते, जो रखते हैं ध्यान। पढ़ लेते अनुमान से, किस तन में अज्ञान॥ खिड़की शोभा महल का, दृश्य प्रकाश दिखाय। इससे रोशन घर हुए, मन उमंग भर जाय॥ नेह भाव से जुड़ चलो, मित्र … Read more

यह कैसी बिदाई बेला

मनोरमा जोशी ‘मनु’  इंदौर(मध्यप्रदेश)  **************************************************** सहमे अरमानों से, कौन प्राण है खेला ? कैसी आज बिदाई बेला! कैसी तन में सिहरन है, कैसा उर में कम्पन जीवन पगडंडी पर, कैसी करुणा की तड़पन! दो-दो मन दौड़े पाने, एक सांझ की बेला। मिलन क्षितिज पर किन्तु नहीं, पंछी आज अकेला यह सूनी-सूनी बेला, कैसी आज बिदाई … Read more

फैले घर-घर भाईचारा

मनोरमा जोशी ‘मनु’  इंदौर(मध्यप्रदेश)  **************************************************** घर-घर गूँजे यही नारा, भारत देश महान हमारा। फैले घर-घर भाईचारा, हर घर हो उजियारा॥ देश-देश के बीच पड़ी है, भेदभाव की खाई विश्व राष्ट्र के हित में, ही देशों की छुपी भलाई। छोड़ें शासन छोड़ें शोषण, फैले घर-घर भाईचारा हर-घर हो उजियारा॥ राजनीति विज्ञान मिले तो, सर्वनाश का भय … Read more

दरकती है…

मनोरमा जैन ‘पाखी’ भिंड(मध्यप्रदेश) ******************************************************************* टूटे काँच की किरचें चुभी हैं कभी, टीसती है न हथेलियों में दरकती। वो साँझ के धुंधलके में लाल साये, और डूबता नारंगी-सा वह गोला। आसमान पर सतरंगे हल्के गहरे, जैसे ख्वाबों का सजा रंगीला डोला। तब एक स्मृति पट खोल कर झांकती, टीसती है न हथेलियों में दरकती॥ बचपन … Read more

हुआ नीड़ सूना

मनोरमा जोशी ‘मनु’  इंदौर(मध्यप्रदेश)  **************************************************** लुट गया मधुवन, हुआ वो नीड़ सूना। अब ना माली के, हृदय का घाव छूना। मधुप कलियों को, चले जाकर रुलाकर, उड़ गई कोकिला अधूरा गीत गा करl जब ना होगा नीर, सरिता क्या बहेगीं मीन जल से बिछुड़कर, कैसे रहेगीं। लहरियां तट को, जाती झुलाकर उड़ गई कोकिला, अधूरा … Read more

बसंती मौसम

मनोरमा जोशी ‘मनु’  इंदौर(मध्यप्रदेश)  **************************************************** आ गया बसंती मौसम सुहाना, गा रहा मन तराना। मिली राहत जिंन्दगी को, चैन दिल को आ गया, प्यार की अमराईयों से गीत याद आ गया, आज अपने रंज गम को चाहता है गम भुलानाl आ गया बसंती मौसम सुहाना… बाग की हर शाख गाती, झूमती कलियाँ दिवानी पात पीले … Read more

गणतंत्र हमारा अजर रहे

मनोरमा जोशी ‘मनु’  इंदौर(मध्यप्रदेश)  **************************************************** गणतंत्र दिवस स्पर्धा विशेष……… गणतंत्र हमारा अमर रहे, गणतंत्र हमारा अजर रहे। त्याग तपस्या बलिदानों, से पाया शुभ दिन निज सर्वस्व चढ़ाएंगें, देश समृद्ध बनायेगें। हम तिरंगे की शान बढ़ाएंगें। बापू की विमल कहानी है, नेहरु की अमिट निशानी है इसकी अविरल यशधार बहें। गणतंत्र हमारा अमर रहे, हम इसको … Read more

होता है आभास

मनोरमा जोशी ‘मनु’  इंदौर(मध्यप्रदेश)  **************************************************** हर पल तुम मेरे पास, होता है आभास। घड़कन की हर साँस, में तेरा वास होता है एहसास। तन-मन उज्जवल ऐसा जैसे, हो रवि का चंद्र प्रकाश हर पल तुम मेरे पास। माथें की बिंदिया में तेरा चमके उजास। तुम ही मेरे चन्द्र प्रकाश, तेरा मेरे उर में वास॥ परिचय–श्रीमती … Read more