वो बचपन के दिन

मनोज कुमार सामरिया ‘मनु’ जयपुर(राजस्थान) **************************************************** विश्व बाल दिवस स्पर्धा विशेष……….. वो बचपन के दिन भी, क्या अजब निराले थे… हम तन के बेशक काले थे, पर दिल में भरे उजाले थे। छोटी-सी दुनिया थी अपनी, जिसमें ना रिश्तों की मारामारी। खेल-खिलौने ही सब-कुछ थे, जिनमें बसती दुनिया सारी। जिम्मेदारी का बोझ नहीं था,बस मन … Read more

शिक्षा

मनोरमा जोशी ‘मनु’  इंदौर(मध्यप्रदेश)  **************************************************** शिक्षा का उद्देश्य है, नर चरित्र निर्माण। ईश्वर-आत्मा-सत्य की,.com हो जिससे पहचान। शिक्षा है चरित्र का, साधन क्रम अनुकूलl साध्य वस्तु चरित्र है, शिक्षा साधन मूल। जो इसके निर्माण में, हो सहायक नेकl उस शिक्षा का लाभ क्या, जिसके दोष अनेक। है यदि आत्म विकास का, शिक्षा मूल उद्देश्यl आशा … Read more

चिराग बुझा दे हमें जरूरत नहीं

मनोज कुमार सामरिया ‘मनु’ जयपुर(राजस्थान) **************************************************** चिराग कब अँधेरों की कमजर्फ़ साजिशों से छला हैl जब तक रहा दम,चीरकर तम शिद्दत से जला हैl फासले मंजिल के दरमियाँ कम ही पड़ते रहे हैं सदा, दिल में बुलंद हौंसलों का जुनून जब भी पला हैl ताकेगी उनको रोशनी की हसीन लड़ियाँ शौक से, आकाश में दल … Read more

बापू का सपना

मनोरमा जोशी ‘मनु’  इंदौर(मध्यप्रदेश)  **************************************************** गाँधी जयंती विशेष…….. आओ मिलकर करें संकल्प, राम राज्य फिर लाएंगे बापू के जो स्वप्न अधूरे, हम साकार बनाएंगे। गाँव बनें सब राज दुलारे, चमकें जैसे नभ के तारे लड़े न झगड़ें आपस में हम, भेद-भाव सब ढहाएंगें। छुआ-छूत न भेद-भाव हो, जनमन के मन प्रेम भाव हो स्नेह सने … Read more

हार मत मान

मनोरमा जोशी ‘मनु’  इंदौर(मध्यप्रदेश)  **************************************************** आत्म समर्पण हार को, करो न ये पाप… दृढ़ संकल्प लिए चलो, होगा जीत मिलाप। असफलता से हार कर, जो न कभी घबराए… आ जाती उस पुरुष के, पास सफलता धाए। भूतकाल की भूल से, ग्रहण करो उपदेश… आने वाली जीत का, समझो नव संदेश। असफल हुए तो क्या हुआ … Read more

कन्हैया का जन्म

मनोरमा जोशी ‘मनु’  इंदौर(मध्यप्रदेश)  **************************************************** कृष्ण जन्माष्टमी स्पर्धा विशेष………. कृष्ण जी ने जन्म लिया रात आधी, जमना मैया पूर थी उस रात आधी। चले वसुदेव जी लेकर कन्हैया, पार करने लगे जमना मैया, मध्य रात्रि थी जमना ऊपर उठी कानाजी उगली उठाये, उसमें आधी। जहाँ जन्म लिया,वहाँ पिया दूध नहीं, जहाँ दूध पिया,वहाँ लिया दूध … Read more

अस्तित्व

मनोरमा जोशी ‘मनु’  इंदौर(मध्यप्रदेश)  **************************************************** अपने को पहचानने की, कोशिश बरकरार है। आश्चर्य है मुझे स्वयं पर, कहाँ हूँ,क्या हूँ,कैसी हूँ… बस यही नहीं समझ पाती हूँ, कभी हवा में उड़कर अपनों को बुलंदियों पर पाना, कभी ठहर कर राह ताकते रह जाना… विवशता से और अचानक ही अकर्मण्य हो जाना, या कभी लहरों की … Read more

भारत माँ के वीर सपूत

मनोरमा जोशी ‘मनु’  इंदौर(मध्यप्रदेश)  **************************************************** कारगिल विजय दिवस स्पर्धा विशेष………. धन्य-धन्य है भारत माता, दौलत मिली जहांन की जय हो वीर जवान की, जय हो हिन्दुस्तान की। कण-कण हर बच्चा-बच्चा, मिटने को तैयार है सन…सन…करती चली गोलियाँ, हर सैनिक तैयार है। चेतक की टापों के पीछे, दौड़ी थी जब टोलियां हर सैनिक राणा का वंशज, … Read more

बरखा ऋतु

मनोरमा जोशी ‘मनु’  इंदौर(मध्यप्रदेश)  **************************************************** हरित तृणिका भेदनी पर, मोर मनहर दिखते हैं। शरद के पग चिन्ह आली, हर दिशा में दिखते हैं। छंट गए बादल बरसते, विहग पुलकित मोर नाचतेl आज ये जलकुंड देखो, झिलमिलाते दिखते हैं। सघन कुंजों के किनारे, कृषक धरती के सितारे। झुन्ड के अब झुन्ड देखो, हल चलाते दिखते हैं। … Read more

अविश्वास

मनोरमा जोशी ‘मनु’  इंदौर(मध्यप्रदेश)  **************************************************** अविश्वास है घात की, घर्म आस्था तथ्य मानव में ईश्वर कहीं, रहता छिपा अवश्य। अविश्वास वह बूंद है, , जो समुद्र से दूर होकर निज अस्तित्व को, करता चकनाचूरl अविश्वास से हो रहा, जग जीवन भयभीत जग जाए विश्वास तो, हो जग स्वर्ण पुनीत। असंतोष दुर्भावना, मन में रहे न … Read more