जुल्मी
सुलोचना परमार ‘उत्तरांचली देहरादून( उत्तराखंड) ******************************************************* हर युग में मिलते रहे जुल्मी,जिसने भी यहां राज किया।गया बाबर तो अंग्रजों ने,जम कर अत्याचार किया। कितने चढ़े सूली पर यहां,कितनों का खून हुआ होगा।तब भी जुल्मी नर पिशाचों का,कभी पेट नहीं भरा होगा। अब भी देखो चौराहों पर,क्या लाठी-डंडे चलते हैं।जिनके अंदर भाव जुल्मी,वो जुल्म हमेशा करते … Read more