हे देवी माँ,वरदान दे
एन.एल.एम. त्रिपाठी ‘पीताम्बर’ गोरखपुर(उत्तर प्रदेश) *********************************************************** हे देवी माँ, तू भय भव भंजक! जगत कल्याणी है, दुष्टों की दुर्गा काली भक्तों की रखवाली है! शक्ति दे मुझे अपनी, भक्ति का भाव भाग्य दे!! माँ शारदेय मैं आया तेरे द्वार, तुझे पुकारते मैं तेरी संतान, सुन पुकार! मेरी कामना का वर, वरदान दे!! खोजता भटकता, सारे … Read more