यादों के बंद लिफ़ाफ़े से…

डॉ.पूजा हेमकुमार अलापुरिया ‘हेमाक्ष’ मुंबई(महाराष्ट्र) ********************************************************* यादों के बंद लिफ़ाफ़े से आज एक चिट्ठी यूँ हाथ लगी, सौंधी-सी खुशबू में लिपटी भीने से एहसास में जकड़ी, कोरे कागज पर अंकित इक-इक शब्द ऐसा, जैसे किसी धागे में पिरे मोती भावों और यादों का अनूठा संगम साथ लिए थी, यादों के बंद लिफ़ाफ़े…l इसकी इक झलक … Read more

पैगाम आएगा…!

डॉ.पूजा हेमकुमार अलापुरिया ‘हेमाक्ष’ मुंबई(महाराष्ट्र) ********************************************************* पैगाम आएगा जिस रोज़ मेरे चले जाने का, होगी कुछ-कुछ अलसाई-सी सुबह चारों ओर। कहीं ईमेल,व्हाट्सएप और ट्वीटर तो कहीं ट्रिंग-ट्रिंग बजा-बजा, पहुँच रहा होगा मेरे न रहने का संदेश। तनी चादर के किसी छोर से, आहिस्ता से अँगड़ाई भरे हाथों से, रिसीव होंगे फोन कॉल। उड़ जाएगी नींद … Read more

बसे हो मेरी यादों में…!

डॉ.पूजा हेमकुमार अलापुरिया ‘हेमाक्ष’ मुंबई(महाराष्ट्र) ********************************************************* मेरे बाबा ! हूँ तुमसे दूर जरूर फिर भी बसे हो मेरी यादों में। दिया जन्म, माँ ने जरूर पर ममता तो उड़ेली तुमने ही, पहला कदम चलना भी सिखाया था तुम्हीं ने, छुप-छुपकर मेरी बातों को सुन मन-ही-मन मुस्कुराना तुम्हारा, जब देखो मेरे ही किस्सों को दोहराना, न … Read more

हूँ तुम्हारा अंश माँ

डॉ.पूजा हेमकुमार अलापुरिया ‘हेमाक्ष’ मुंबई(महाराष्ट्र) ********************************************************* मातृ दिवस स्पर्धा विशेष………… कर सकूँ बयाँ शब्दों तुम्हें, है संभव नहीं यह माँ। हूँ तुम्हारा अंश मैं माँ, तुम्हारे बिन नहीं कोई मेरा अस्तित्व जग में माँ। भरी है जो किलकारियाँ, तुम्हारी गोद के ब्रह्मांड में। हैं अंकित मेरी अट्ठखेलियाँ, तुम्हारे उर के अंत:स्थल में। कटु थी तुम, … Read more

जीवन

डॉ.पूजा हेमकुमार अलापुरिया ‘हेमाक्ष’ मुंबई(महाराष्ट्र) ********************************************************* धीरे-धीरे गुजर रहा था जीवन, फूलों-सा महक रहा था जीवन हँसता-खिलखिलाता-सा था जीवन, जितना था उसी में था खुश जीवनl अपने में मिसरी-सा घुला था जीवन, स्वच्छन्द और छोटी उड़ानों वाला था जीवन, निर्भीक और उत्साहित था जीवन संगीतमय लग रहा था ये जीवनl भक्ति आराधना में भी था … Read more

कुर्सी

डॉ.पूजा हेमकुमार अलापुरिया ‘हेमाक्ष’ मुंबई(महाराष्ट्र) ********************************************************* कुर्सी की देखो माया, रचा है इसने खेल सारा चढ़ा है सब पर इसका रंग, क्या नेता-क्या अभिनेताl डोल रहे हैं इसके संग, जो पाए वह तर जाए जो देखे वह डर जाए, दुनिया नाचे इसकी उँगली परl काम गजब के कर जाए, देखो इसकी काली माया औरों को … Read more