मानव है स्वार्थी
डॉ. प्रताप मोहन ‘भारतीय’ सोलन(हिमाचल प्रदेश) ******************************************************************* प्रकृति और मानव स्पर्धा विशेष…….. प्रकृति अपनी चीजों का उपयोग, स्वयं नहीं करती वह इससे है, मानव का पेट भरती। मानव है स्वार्थी,…
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March 28, 2020