तकदीर

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’ बेंगलुरु (कर्नाटक) **************************************************************************** भार धरा शाश्वत शिरसि,अथक वेदना चूर। कहता है ख़ुद दास्तां,दीन हीन मज़दूर॥ पड़े फफोले हाथ में,घायल पैर सवाल। हुआ स्वेद जल तरबतर,धूल गात्र बदहाल॥ फ्रिज़ कूलर ए.सी. कहाँ,बनी सड़क रनिवास। यायावर संघर्ष पथ,व्योम गेह आवास॥ कहाँ ज्ञान विज्ञान का,जीवन चारागाह। भूख प्यास छत बिन वसन,कैसे हो निर्वाह॥ मिले … Read more

आराधना

रूपेश कुमार सिवान(बिहार)  ******************************************************** माँ की छाँव में, ममता के ममत्व से दिल को छू लेने वाली तू, करो आराधना माता की। जहाँ मिले आत्मा को, शान्ति स्वभाव में शरण में सर्वश्रेष्ठ हो, उस माँ की करो आराधना। जो दुखों का करती संहार, पापियों का करती नाश दुखों में देती मेरा साथ, उस ममतामयी माँ … Read more

मौत से लड़ना क्या

रूपेश कुमार सिवान(बिहार)  ******************************************************** मौत से लड़ना क्या, मौत तो एक बहाना है जिन्दगी के पन्नों में, कब क्या हो जाए… ये न तो मैं जानता,न तुम…। उल्फत न मिलती, जीवन की रुसवाईयों में हर जहाँ हमें पता होता, जीवन की रहनुमाईयों में मौत से मुड़ना क्या…। आरजू,जुस्तजू से, अनुभूतियाँ नहीं होती हर रास्ते में … Read more