रूपेश कुमार
सिवान(बिहार)
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माँ की छाँव में,
ममता के ममत्व से
दिल को छू लेने वाली तू,
करो आराधना माता की।
ममता के ममत्व से
दिल को छू लेने वाली तू,
करो आराधना माता की।
जहाँ मिले आत्मा को,
शान्ति स्वभाव में
शरण में सर्वश्रेष्ठ हो,
उस माँ की करो आराधना।
जो दुखों का करती संहार,
पापियों का करती नाश
दुखों में देती मेरा साथ,
उस ममतामयी माँ की करो आराधना।
जो विश्व का पालन करती,
सभी का लालन-पालन करती।
जिसकी दृष्टि में हम सभी बसते,
उस ममतामयी माँ की करो आराधना॥