भावोद्गार

रश्मि लता मिश्रा बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ****************************************************************** सुन मन मंदिर घंटी बाजी, सुनो सखी री वह कविता है। चुन-चुन शब्द से माला साजी, सुनो सखी री वह कविता हैll हिम से ढँके पहाड़ यहाँ हैं, फूलों का संसार यहाँ है। रेशमी शबनम पर्ण पे साजी, सुनो सखी री वह कविता हैll सागर में लहराती लहरें, नाव … Read more

‘आजाद’ रहा आज़ाद

रश्मि लता मिश्रा बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ****************************************************************** चंद्रशेखर आजाद शहीद दिवस स्पर्धा विशेष……….. तिवारी बनकर पैदा हुआ, गया जो आजाद बनकर। अपना नाम आजाद और, पिता को स्वतन्त्रता बताकर। पन्द्रह वर्ष की उम्र में खाए, जिसने पन्द्रह कौड़े बोलो। उनको इतिहास कैसे छोड़े। आजाद सदा आजाद रहा। काकोरी हो या सांडर् को गोली, विधानसभा में बम … Read more

रंग बसंती

रश्मि लता मिश्रा बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ****************************************************************** टेसू फूले रक्तिम, ज्यों दाड़िम से रँगे पेड़। आया मौसम मदमाता, पंछी का कलरव भाता चहके वे। कोयल कूके अमुआ डाली, महक रही बौरें मतवारी महके रे। माघी पूनम मेले लगे, भक्त प्रयागराज को भागे स्नान को रे। आओ सखी झूले झूला, मनवा भी है फूला-फूला वसंत है। कामदेव … Read more

तिरंगा

रश्मि लता मिश्रा बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ****************************************************************** ये तिरंगे,ये तिरंगे में लिपटे यही भाव हैं, देश रूह मेरी,तन मेरा गाँव है। फहरे सीमा पे जब भी ये जोश भरे, भेद वर्ग का,जाति का तू तो हरे चले आये सब ये तेरी छाँव हैl देश रूह मेरी,तन… फहरे लाल किले पर जब शान से, गर्व खुद पे … Read more

नव सौगात

रश्मि लता मिश्रा बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ****************************************************************** नये साल की नई सौगात, खुश रहे हर द्वार। महक उठे यह चमन सारा, खिल उठे सुप्रभात। नया राग हो नव संगीत, नई धुन नवगीत। राह नयी हो नवीन चाह, चलो लें जग जीत। आज करो यह तुम अरदास, टूटे न,यह आस। बनी रहे बस दया चितवन, खुश रहे … Read more

मान बढ़ाए हिंदुस्तानी नारी

रश्मि लता मिश्रा बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ****************************************************************** हिंदुस्तान की नारी है, वो हिंदुस्तान की नारी। वो टूटी,थकी,न हारी है, न ही बनी बेचारी, न ही बनी बेचारी… वो हिंदुस्तान की नारी॥ सुन के,समझ के देख के, भ्रूण में भी हो हत्याएं। फिर भी मन ना मैल रखें, मान सभी का बढ़ाएं। और उनका दु:ख लेकर के, … Read more

बेजार

रश्मि लता मिश्रा बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ****************************************************************** जीवन है इतना बेजार क्यों, फिर भी है जिंदगी से प्यार क्यों ? समय के थपेड़े तूफानों का कहर, जिंदगी बन जाती क्यों जहर, जहर पर भी एतबार क्यों ? जीवन है इतना बेजार क्यूँ ? धुंध कहीं से छंटती ही नहीं, चादर दुखों की सिमटती नहीं… सुखों का … Read more

निर्झरणी

रश्मि लता मिश्रा बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ****************************************************************** अपनी राह आप बनाती, गिरि को काट आगे बढ़ जाती। झर- झर मृदु स्वर में है गाती, लहरों रूपी आँचल बिछाती। मात्र स्वरूपा जीवनदायिनी, ‘नदी’ तू है अनुगामिनी। निरन्तर पथ पर बढ़ती जाए, बाधा चीर बढ़ना सिखाए। सींच धरा अन्न उपजाये, भूखों की क्षुधा मिटाये। गंगा,यमुना और सरस्वती, भारत … Read more

बाल अधिकार

रश्मि लता मिश्रा बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ****************************************************************** विश्व बाल दिवस स्पर्धा विशेष……….. अक्टूबर में मनाते थे पहले, नवम्बर आया बाद। उन्नीस,सौ,उनसठ में दी थी, संयुक्त राष्ट्र संघ ने सौगात। बच्चों के अधिकारों का ताना-बाना बुना गया, बाल दिवस मनाने को दिन दिन बीस नवम्बर चुना गया। वे हस्ताक्षर समझौतों में बच्चों के अधिकारों हेतु, एक सौ … Read more

दीए की शान

रश्मि लता मिश्रा बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ****************************************************************** मृतिका रूप गुंथा पड़ा था, आटे जैसा सना पड़ा था। आभार कुंभकार तेरा, उठा तूने चाक पर बिठाया। दीया माटी का तूने बनाया, पवित्र अग्नि में मुझे तपाया। रंग-रोगन मुझ पर चढ़ाया, लोगों के आकर्षण का केन्द्र बनाया। बाजार में मेरा मोल बढ़ाया, हरि मंदिर मुझको पहुंचाया। त्योहारों की … Read more