भावोद्गार
रश्मि लता मिश्रा बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ****************************************************************** सुन मन मंदिर घंटी बाजी, सुनो सखी री वह कविता है। चुन-चुन शब्द से माला साजी, सुनो सखी री वह कविता हैll हिम से ढँके पहाड़ यहाँ हैं, फूलों का संसार यहाँ है। रेशमी शबनम पर्ण पे साजी, सुनो सखी री वह कविता हैll सागर में लहराती लहरें, नाव … Read more