मतलबी जहाँ
रेणू अग्रवालहैदराबाद(तेलंगाना)************************************ जब ग़म से दिल बेज़ार होता है।सब अपनों से ही ख़ार होता है। मतलबी जहाँ बेहिस लोग यहाँ,रो रो दिल तार तार होता है। ठोकर लगी खून-ए-जिगर से,तब मौत से ही प्यार होता है। फ़ारिग हो चुके जिम्मेदारियों से,तन्हा दिल ज़ोरदार होता है। दिल के टुकड़े ने दिल तोड़ा है,अब किसपे ऐतबार होता … Read more