नारी वो भी वृद्धा
डॉ.अर्चना मिश्रा शुक्लाकानपुर (उत्तरप्रदेश)*************************************** जब अन्तिम चरण पहुंचती है,वृद्धा, काया वह शक्तिहीन,मन की फिर बात न होती है,न सुदृढ़ सहारा उसका हो,जहाँ प्रेम समर्पण वार दिएसौंपा ना था सब छीन लिया,मेरी पाई-पाई पर अबअपने सपने पूरे करते।मैं शिथिल अशक्त पड़ी जग मेंनैनों में आँसू सूख रहे,जो अम्मा कह सौ लेती थीपेंशन पूरी पी जाती है,यह … Read more