tiwari
तेरे प्यार के रंग में
शिवांकित तिवारी’शिवा’ जबलपुर (मध्यप्रदेश) ******************************************************************** तुम्हारे प्यार का ऐसा है छाया रंग मुझपे, कि आता है नजर रंगीन ये सारा जहाँ। तुम्हारे रंग में अब मैं रंगारंग हो गया हूँँ, कि भाता है तेरा ही रंग मुझको हर जगह। तुम्हारे साथ जितने थे बिताये खुशनुमा पल, कि नाता है,रहेगा उम्र भर रंगीन यादों का यहाँ। … Read more
आशा और आँसू के द्वीप
डॉ.स्वाति तिवारी भोपाल(मध्यप्रदेश) ********************************************************** किताबों में पढ़ा था,दुनिया के पर्यटन नक़्शे में जिसे कई बार देखा था उसे खुली आँखों से कभी देखूँगी नहीं सोचा था पर समय के पैर किसने देखे ? समय का खेल किसने देखा ? कब समय चक्र हमें यहाँ से वहाँ,वहाँ से यहाँ ले जाए यह कोई नहीं जानता … Read more
निकाल दिया दिल से तुम्हें..
शिवांकित तिवारी’शिवा’ जबलपुर (मध्यप्रदेश) ******************************************************************** तेरी उस अदा का हूँ मैं आज भी दीवाना, भूल नहीं सकता तेरा वो खूबसूरत मुस्कुराना। हाँ सच में बस तुझे ही निहारना था मेरा काम, साँसें भी मैंने अपनी कर दी थी तेरे ही नाम। मैंने अपनी जिन्दगी का सबसे खूबसूरत गुनाह किया था, तभी तो सौंप दी थी … Read more
जुल्म और जुर्म
शिवांकित तिवारी’शिवा’ जबलपुर (मध्यप्रदेश) ******************************************************************** जुर्म कर रहे हैं वो जुल्म सह रहे हैं जो, बंध के बंदिशों की बेड़ियों में रह रहे हैं जो। जो तूफानों का कभी मोड़ रूख देते थे, आजकल बिन हवाओं के बह रहे हैं वो। जो उठाते थे आवाज सबके हित के लिये, अब हो गये स्तब्ध कुछ न … Read more
घर से सड़क तक दौड़ता मन
डॉ.हेमलता तिवारी भोपाल(मध्य प्रदेश) ********************************************************** ‘अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस’ स्पर्धा विशेष………………… घर से सड़क तक दौड़ता मन बेचैन मन उद्वेलित,आशंकित सशंकित भटक रहा इधर-उधर, कभी खिड़की कभी दरवाजे,और कभी सड़क तक दौड़ता मन…। अब तक न आया जीवनसाथी, अब तक न आयी जीवन जननी और अब तक न आयी इकलौती बहन घर से सड़क तक दौड़ता … Read more
झुमके वाली बेजुबां…
शिवांकित तिवारी’शिवा’ जबलपुर (मध्यप्रदेश) ******************************************************************** बात मार्च माह की है,जब सर्दियों का मौसम धीरे-धीरे खिसक रहा था और ग्रीष्म ऋतु दहलीज पर थी। विवान अपनी कक्षा १२वीं की परीक्षाओं की तैयारियों में पूरी तरह से व्यस्त था,क्योंकि विवान ने पहले से निश्चय कर लिया था कि इस वर्ष वह प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण करेगा। बस … Read more