तुलसीदास का भारतीय समाज और जीवन दर्शन में महत्व

एन.एल.एम. त्रिपाठी ‘पीताम्बर’  गोरखपुर(उत्तर प्रदेश) *********************************************************** द्वापर का अवसान, कलयुग का प्रारम्भ सत्य सनातन संस्कृत पर, पल प्रहर का काल। आस्था के विश्वास का होने लगा हरास, काल की दस्तक को सुन न सका भारत महान। बुद्ध-महावीर मानव स्वरूप में, सत्य सनातन का पर्याय। जीजस क्राइस, हजरत मोहम्मद पैगम्बर का, मानव मानवता के इस्लाम का … Read more