नववर्ष में कोरोना से मुक्ति

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ************************************************ आया है नववर्ष यह,लेकर खुशी हजार।कोरोना आतंक से,हो जाएंगे पार॥ बन आई वैक्सीन अब,सफल परीक्षण आज।टीके लगवा कर सुखी,होंगे अब सब काज॥ नए वर्ष की ये खुशी,है गौरव की बात।स्वाभिमान यह देश का,फल श्रम का दिन-रात॥ स्वागत इस नववर्ष का,सुख का दे संदेश।त्रस्त सभी जन-मन रहे,होगा स्वस्थ स्वदेश॥ कोरोना की मार … Read more

नया वर्ष तू क्या लाएगा

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ************************************************ नया वर्ष तू क्या लाएगा।क्या सौगात बड़ी लाएगा॥बीत वर्ष ने बहुत दिया था।आते ही आराम दिया था॥ बैठे घर ना गये घूमने।गये नहीं थे बाहर मिलने॥छोड़ी सारी रिश्तेदारी।गेह निभाई नातेदारी॥ बाहर निकले मास्क लगाएं।दो गज दूरी स्वयं बनाएं।।धोयी सब्जी रगड़-रगड़कर।चीजें धोयी पकड़-पकड़कर॥ जूते-चप्पल धरे गेट पर।हाथ पैर धो रगड़-रगड़कर॥रखें साबुन व … Read more

सर्वप्रिय श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ************************************************ श्री अटल बिहारी वाजपेई:कवि व्यक्तित्व : स्पर्धा विशेष………. रचनाशिल्प:२२ मात्रा,१२-१० पर यति,चार चरण,२-२ चरण समतुकांत। रचते रचना महान,शब्द के पुजारी।गढ़ते स्वच्छंद पंक्ति,शुद्ध मन विचारीllकर्म-धर्म-मर्म ज्ञान,शब्द सार भारी।राष्ट्रप्रेम भाव हृदय,शब्द अर्थ धारीll प्रखर वक्ता देशभक्त,विमल हृदय धारी।प्रेम पूर्ण शुद्ध भाव,मन अटल बिहारीllमहानेता प्रखर कवि,सत्य वचन पालक।जन-मन में बसे अटल,राष्ट्र प्रजापालकll देश के … Read more

जितने दूर हुए,उतने मन के पास हुए

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ************************************************ जितने दूर हुए तुम तन से,उतने मन के पास हुए।ज्यों-ज्यों दूर हुए तुम मुझसे,त्यों-त्यों धड़कन साँस हुएll जब थे पास-पास दोनों हम,नहीं विरह का भान हुआ।सुख के जीवन में पल बीते,नहीं कभी संताप हुआll मिलन हुआ जो आज विखंडित,खिंचे तार से मन के हैं।क्या था जुड़ा हृदय से ऐसा,तंतु क्षीण सब … Read more

हम सब नमन करेंगे

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ************************************************ भारत माता के चरणों में,हम सब नमन करेंगे।आओ मिलकर आज सभी इसका गुणगान करेंगे॥ शीश मुकुट धर वीर धरा ने,हमको आज पुकारा।हिमगिरि की चोटी से हमने,दुश्मन को ललकारा॥आओ वीर जवानों सीमा,पर तुम सीना ताने।भारत वीर-जवानों की,ताकत दुश्मन ना जाने॥ऊँचा रहे तिरंगा इसकी,जय-जयकार करेंगे।आओ मिलकर आज सभी इसका गुणगान करेंगे…॥ आतंकी घुसपैठी … Read more

आई दिवाली

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ************************************************ घर-बाहर है साफ-सफाई,करते हैं सब लोग।हर्ष भरा उत्साह सभी में,करें सभी मनमोद॥ बम-पटाखे-फुलझड़ियों से,जगमग चारों ओर।दीप-दीप मालाओं से हर-घर है भावविभोर॥ जगमग लड़ियों से घर-आँगन,रात अंधेरी में भी।खुशी से झूमें सभी लोग,उजियारी सब जग फैली॥ आएंगे रघुनंदन वन से,आज खुशी में गायें।जाग दिवाली जाग दिवाली,कहकर मोद मनायें॥ लक्ष्मी घर-घर आज सभी … Read more

माँ के द्वार

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ************************************************ (रचना शिल्प:३० मात्रा,१६-१४ पर यति) हे दु:ख हारिणि,कष्ट विदारिणि,मंगल करणी,जगदंबे।मातु भवानी,भवभय हारिणी,जनकल्याणी हे अंबेll शेरावाली तू ब्रह्माणी,हे वरदानी,दया करो।आज जगत में कष्ट समाया,हे कल्याणी! कष्ट हरोll शैल सुता हे ब्रह्मचारिणी,चंद्रघंटिका सुरेश्वरी।कुष्मांडा हे स्कंदमाता,माँ कात्यायनि महेश्वरीll विपद हारिणी हे जगदंबा,जग के कष्ट हरो माता।अरि संहारिणि दुष्ट विदारिणि,जग कल्याणी जग माताll खड्गधारिणी देवी … Read more

बापू को चिट्ठी

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ************************************************ गांधी जयंती विशेष………….. बापू लिख रहा चिट्ठी आज,तुमको अपने देश के काज।स्वच्छ शांति सेवा शिक्षा से-भी ना बदले स्वदेश आजll कोई धरना-रैली करते,देश लूटने आतुर होते।सरकारी हड़ताली बनकर-काम नहीं पर दाम चाहतेll देशभक्ति व देश प्रेम का,झंडारोहण माल्यार्पण का।मात्र दिखावा और छलावा-ढोल पीटकर जयकारा काll चरखा टूटा,बकरी खाई,सेवाग्राम घास उग आई।सन्मति … Read more

शिक्षक ही नव ज्योति जगाए

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ************************************************** शिक्षक दिवस विशेष……….. शिक्षक ही जीवन में,नव ज्योति जगाए।निर्मल ज्योति जलाकर,जग में चमकाए॥ शिक्षक ही नन्हें बालक के,जीवन की नन्हीं बगिया में।शिक्षक ही उत्साह भरे,हरपल मानव हृदय में।मनमोहक सुंदर पुष्पगुच्छ,उगाए,खिलाए और महकाए।शिक्षक ही जीवन में,नव ज्योति जगाए…॥ नई दिशा नव किसलय से,नई उमंग जोश भरकर।नई राह चल पड़ने की,प्रेरणा जगाकर।नव क्षमता … Read more

नारी तुम महाशक्ति हो

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ********************************************************** एक जमाना था,घर में सामान जुटाना,खाने-पीने का सब काम समय से करना।आटा,चावल,लकड़ी,बर्तन सभी जुटाना,सुबह-शाम पानी के बर्तन पानी भरना॥ दादी-मम्मी आस-पास से लकड़ी चुनती,गिन-गिन करके सबको मिला इकट्ठा करती।बना एक बड़ा-सा गट्ठर सिर पर लादे,कदम-कदम बढ़ आगे घर को वापस आते॥ नहीं अकेले कभी भी वे जंगल को जाती,गाय,बकरियां,मुर्गी अपने साथ … Read more