मानवता बचाएँ

वाणी वर्मा कर्णमोरंग(बिराट नगर)****************************** इस सुंदर पृथ्वी पर, एक मानव ही है जिसकी खोती जा रही पहचान, भूलता जा रहा अपना अस्तित्व। संपूर्ण जगत में, प्रत्येक प्राणी में उनका अपना स्वाभाविक गुण है, बस मानव ही ऐसा है जिसमे मानवता नहीं। केवल मस्तिष्क है, एक विकृत सोच है अमानवीय व्यवहार है, दोहरा चरित्र है भावनाएं … Read more

आओ,बनाएं शांति धाम

वाणी बरठाकुर ‘विभा’ तेजपुर(असम) ************************************************************* आओ! दुनियावालों, कुछ हम भी आज बच्चों से, सीख लें। मिठास-मुस्कान से, विभोर कर दें हर शत्रु को, बंदूक उठाने की बजाए फूल हाथों में लेकर, स्वागत की जयमाला पहनाएँ। ताकि,हर कोई समझे हम स्वस्थ मष्तिष्क के, जीव श्रेष्ठ मानव हैं। एक-दूसरे के, बैर-भाव मिटाकर दुनिया को एक बनाएँ, जहाँ … Read more

उम्मीद की किरण

वाणी बरठाकुर ‘विभा’ तेजपुर(असम) ************************************************************* अरूणा करवट बदल रही है। ‘नहीं,आज भी मुझे नींद नहीं आयेगी।’ वो सोच रही है… बार-बार मनोज की याद आ रही है। आठ महीने पहले आज के दिन ही तो वो हादसा हुआ था। आज भी उस दुर्घटना के दृश्य आँखों में सजीव हैं। दिल काँप उठता है। अरूणा की … Read more

बुरा न मानो भाई होली है

वाणी बरठाकुर ‘विभा’ तेजपुर(असम) ************************************************************* बुरा न मानो भाई होली है, ये तो मस्तानों की टोली है। हम भी कुछ लेकर आए हैं झोली में, अरे भाइयों पहले रंग न लगाओ एक मिनट के लिए रूक जाओ। पुलवामा पर हुए शहीदों के लिए, मौन श्रद्धांजलि अर्पित करो। स्वाभिमान की पिचकारी में, हृदय भाव का जल … Read more

पूर्वोत्तर भारत में नारी की मजबूत स्थिति

वाणी बरठाकुर ‘विभा’ तेजपुर(असम) ************************************************************* सदियों से नारी हमेशा चर्चा का विषय रही है, लेकिन नारी विहीन दुनिया की कल्पना भी नहीं हो सकती है। जैसे हमारे लिए दिन और रात दोनों ही आवश्यक हैं,वैसे ही पुरुष के साथ साथ नारी भी आवश्यक है। एक परिवार नारी से पूर्ण होता है। किसी ने सच कहा … Read more