उनकी नजर Post author:hindibhashaa lekhak Post published:June 8, 2021 Post category:Uncategorized / कविता / काव्यभाषा आदर्श पाण्डेयमुम्बई (महाराष्ट्र)******************************** नजरें उनकी थीं,प्यार हमारा थातुमने यूँ ही नहीं,अपने बालों को संवारा था।तुमने हमें यूँ देखा तो,लगा किसी ने टोका था।पर हमें क्या पता,वो मोहब्बत नहीं,दिल्लगी का इशारा था॥ Tags: adarsh, pande Read more articles Previous Postआतंक You Might Also Like हम सबका खून एक ही July 17, 2021 पुस्तक मेला लगाया December 16, 2021 नन्हीं गुड़िया रानी September 24, 2023