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उनकी नजर

आदर्श पाण्डेय
मुम्बई (महाराष्ट्र)
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नजरें उनकी थीं,
प्यार हमारा था
तुमने यूँ ही नहीं,
अपने बालों को संवारा था।
तुमने हमें यूँ देखा तो,
लगा किसी ने टोका था।
पर हमें क्या पता,
वो मोहब्बत नहीं,
दिल्लगी का इशारा था॥

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