कुल पृष्ठ दर्शन : 8

hindi-bhashaa

कन्हैयालाल स्मृति साहित्य सम्मान से ५ कृति अलंकृत

प्रयागराज (उप्र)।

शहर समता विचार मंच के तत्वावधान में चयनित पुस्तकों के साहित्यकारों का सम्मान, सम्मान स्मृति अंक एवं साझा संकलन ‘आधी दुनिया बोलती है’ का लोकार्पण किया गया। कवि-सम्मेलन कार्यक्रम भी हुआ। इसकी अध्यक्षता प्रकाश मिश्र ने की। मुख्य अतिथि डाॅ. ऊषा मिश्रा रहे।
यह आयोजन २४ फरवरी को विशिष्ट अतिथि प्रो. डॉ. रवि कुमार मिश्र, प्रो. डॉ. सुनील विक्रम सिंह
और डॉ. कल्पना वर्मा की उपस्थिति में हुआ। सचिव उमेश श्रीवास्तव ने बताया कि संयोजक संजय सक्सेना एवं अरविंद पाण्डेय रहे। माँ सरस्वती के माल्यार्पण, दीप प्रज्जवलन तथा अतिथियों के स्वागत के पश्चात कवयित्री प्रेमा राय ने सस्वर सरस्वती वन्दना पढ़ी। प्रथम सत्र का शुभारम्भ सम्मान समारोह से शुरु हुआ, जिसमें डॉ. विनम्र सेन सिंह की आलोचनात्मक कृति ‘कलम आज उनकी जय बोल’, रजंन पाण्डेय के उपन्यास ‘कोटा फीवर’, डॉ. प्रदीप चित्रांशी के कहानी संग्रह ‘तिनका-तिनका बिखर गया’, अनवार अब्बास नक़वी के नाटक ‘दहा दशहरा’ व रचना सक्सेना के काव्य संग्रह ‘छन्द रचना’ को ‘कन्हैयालाल स्मृति सम्मान’ से सम्मानित किया गया।
अध्यक्षीय उद्बोधन में श्री मिश्र ने कहा कि सभी पुस्तक गुणवत्ता की दृष्टि से एक-सी ही लगती हैं। फिर भी कुछ न कुछ सूक्ष्म अन्तर जरूर होता है। यही अन्तर उस पुस्तक को श्रेष्ठ बनाता है। मुख्य अतिथि ने चयनित रचनाकारों को बधाई दी। प्रो. रवि मिश्र ने सम्मानित पुस्तकों पर प्रकाश डाला।
डाॅ. वर्मा एवं प्रो. सिंह ने भी रचनाकारों को बधाई दी।
दूसरे सत्र में कवि-सम्मेलन एवं मुशायरे की अध्यक्षता अनवार अब्बास नकवी ने की। डॉ. इन्दु प्रकाश मिश्र, संगीता श्रीवास्तव, नाज खान व सहज तिवारी के साथ ही युवा कवियों ने भी हास्य, व्यंग्य, गीत, ग़ज़ल एवं दोहों से श्रोताओं के मन को गुदगुदाया

संचालक उमेश श्रीवास्तव ने भी बधाई दी। आभार ज्ञापन राजेश सिंह ‘राज’ ने किया।