सरोजिनी चौधरी
जबलपुर (मध्यप्रदेश)
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भोर होते ही घर से निकल जाइए,
उगते सूरज की थोड़ी किरण पाइए
ताज़गी अपनी साँसों में भर लीजिए,
खिलते फूलों की थोड़ी महक लीजिए।
कितना उम्दा कलाकार है देखिए,
है करामात कैसी ज़रा सोचिए
थोड़ा पैदल चलें थोड़ा कसरत करें,
मन और तन की थोड़ी हिफ़ाज़त करें।
स्वस्थ तन-मन से सधते बहुत काम हैं,
स्वस्थ तन-मन का बस एक यही राज़ है।
ध्यान रखेंगे यदि आप अपना सदा,
है यही साथ देगा हमारा सदा॥