श्रीमती देवंती देवी
धनबाद (झारखंड)
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पृथ्वी दिवस विशेष….
नमो नमन शत-शत नमन है, आपको हे धरती माता,
विश्व पृथ्वी दिवस पर चरण वन्दना कर रही हूँ हे माता।
हमारी पावन पुण्य धरती ही, आप सभी की माता हो,
छत्रछाया आपसे मिलती है, आप ही अन्नदाता हो।
पृथ्वी पर जितने जीव-जन्तु, हम सब जितने प्राणी हैं,
सबको जीवनदान मिला है, साधु-संत गुरु ज्ञानी हैं।
अपनी पावन पुन्य भूमि में,अनेक मौसम आते-जाते हैं।
ओढ़ती हो आप हरि चुनरिया, हम सब खुशी मनाते हैं।
आपके पुत्र भारतीयों पर जब-जब संकट आया है माता,
अपने वीरता आँचल से संकट को मिटाया है आपने माता।
राजा या रंक फकीर सबको ममता दी, आपने एक समान,
युद्ध भूमि में खड़े वीरों के हाथ में दिया विजयी तीर- कमान।
कोटि नमन हे धरती माता दुखियों का दु:ख हरने वाली,
निर्धन और भूखे लोगों को रोजी-रोटी आप देने वाली।
करबद्ध प्रार्थना करती है ‘देवन्ती’ आपको हे माता,
स्वीकार करिए पूजा, जग कल्याण करिए हे माता॥
परिचय– श्रीमती देवंती देवी का ताल्लुक वर्तमान में स्थाई रुप से झारखण्ड से है,पर जन्म बिहार राज्य में हुआ है। २ अक्टूबर को संसार में आई धनबाद वासी श्रीमती देवंती देवी को हिन्दी-भोजपुरी भाषा का ज्ञान है। मैट्रिक तक शिक्षित होकर सामाजिक कार्यों में सतत सक्रिय हैं। आपने अनेक गाँवों में जाकर महिलाओं को प्रशिक्षण दिया है। दहेज प्रथा रोकने के लिए उसके विरोध में जनसंपर्क करते हुए बहुत जगह प्रौढ़ शिक्षा दी। अनेक महिलाओं को शिक्षित कर चुकी देवंती देवी को कविता,दोहा लिखना अति प्रिय है,तो गीत गाना भी अति प्रिय है।