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जीवन का शब्द चित्र प्रस्तुत करती है कविता

काव्य गोष्ठी….

इंदौर (मप्र)।

साहित्य समाज का दर्पण है। समाज में घटित प्रत्येक घटना का प्रतिबिम्ब कविता में परिलक्षित होता है। कविता समाज के प्रत्येक रंग को ग्रहण कर जीवन का शब्द चित्र प्रस्तुत करती है। जीवन को नैराश्य के अंधेरे से निकालकर आशा के प्रकाश की ओर ले जाती है।
यह विचार नगर के वयोवृद्ध कवि हेमंत व्यास ने अध्यक्षता करते हुए व्यक्त किए। साहित्यिक एवं सामाजिक संस्था नई क़लम की मासिक काव्य गोष्ठी में नगर के अनेक क़लमकारों ने श्री व्यास की मौजूदगी में काव्य पाठ किया। डॉ. विमल कुमार ने पंक्तियां पढ़ी-करो सुमिरन,पढो़ गीता,उसी को जाप कहते हैं, यशोदा है,वो मरियम है,जिसे माँ आप कहते हैं तो आतिश इंदौरी,जितेन्द्र राज,गीतकार संतोष त्रिपाठी सहित कवि विनोद विनम्र ने भी पंक्तियां प्रस्तुत की।
विशिष्ट अतिथि चतुर्भुज भाटी रहे। संचालन कवि जितेन्द्र राज ने किया। आभार आतिश इंदौरी ने प्रकट किया।

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