अजय जैन ‘विकल्प’
इंदौर(मध्यप्रदेश)
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दीपावली विशेष…
मन मुस्काएँ,
मिटाना मन मैल-
दीप जलाएँ।
दीप बहार,
चलो, रंग दिवाली-
खुशी त्योहार।
घर रोशन,
हर चमके कोना-
रंग-रोगन।
पावन दिन,
रहे सब खुशियाँ-
लालच बिन।
लक्ष्मी प्रवेश-
शुभ करें पूजन-
चहके देश।
ज्योति दिवाली,
जगमग आ गई-
पूजन थाली।
साफ-सफाई,
रंग दीप-पटाखे-
फूल मिठाई।
तम हटेगा,
घर रोशन दीप-
मन जुड़ेगा।
धर्म-संस्कृति,
मनवा नाचे खुशी-
भगा विकृति।
कर मदद,
थाम गरीब हाथ-
बन निडर।
मना दिवाली,
मिठाई बाँटें खुशी-
हो खुशहाली।
दीप आँगन,
मजा, धूमधाम-
मन भावन।
मिले आशीष,
नव उजाला कृपा-
झुकाएं शीश।
फैला आलोक,
नवदीप खुशी राह-
भगाएं शोक।
दुखी समाज,
मॅंहगाई, क्या मार-
मुश्किल आज।
मन कामना,
सुख पसंद शांति-
शुद्ध भावना।
दीप प्रकाश,
चाह निर्मल सुख-
रोशन आस।
मिटाओ क्लेश,
उल्लास संग सुख-
प्रसन्न देश।
खुशी तरस,
कृपा ईश गरीब-
धन बरस।
सेना सीमाएँ,
मिटे गरीबी, कष्ट-
खुशियाँ आएँ।
हो परमार्थ,
देश हो मनोरथ-
डूबे स्वार्थ।
भागे कपट,
देश जनता सुखी-
मिटे संकट॥