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तुमने न मानी हार

सरोजिनी चौधरी
जबलपुर (मध्यप्रदेश)
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जीवन संघर्ष (मजदूर दिवस विशेष)…

जादू बिछा दिया धरती पर,
तुमने श्रमिक न मानी हार
जीवन हरियाली बो-बोकर,
सुखद बनायी तुमने राह।

स्वर्ग धरा को बना दिया है,
निज कर से देकर आकार
देही के स्वप्नों को तुमने,
बना हृदय से किया साकार।

भूख प्यास से पीड़ित फिर भी,
कार्यकुशल ये मोहक यंत्री
वर्षा शीत ताप सह-सहकर,
लगते जैसे ये हों नियंत्री।

सृजन तत्व की सृजनशीलता,
हो उठी सजीव अपार।
स्थिर निश्छल गिरिवर दुर्गम,
किया श्रमिक ने संभव संचार॥