हरिहर सिंह चौहान
इन्दौर (मध्यप्रदेश )
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तेरे लिए जीए हम,
प्यार तेरा नहीं मिला
बहुत सहा लोगों के,
हर एक सितम को
प्यार तेरा नहीं मिला…।
दुआ हमने मांगी थी,
कि तेरा साथ मिलेगा
पर वक्त ने दगा दे दिया,
बिछड़ गए दो दिल
प्यार तेरा नहीं मिला…।
जो कसमें खाई थी,
जो वादे किए थे
वह सब तू भूल गई,
प्यार तेरा नहीं मिला…।
हमने तो इश्क़ किया था,
साथ मिलकर जो देखे थे सपने।
वह अधूरे ही रह गए,
प्यार तेरा नहीं मिला…॥