कुल पृष्ठ दर्शन : 195

You are currently viewing प्रकृति से प्यार

प्रकृति से प्यार

गरिमा पंत 
लखनऊ(उत्तरप्रदेश)

**********************************************************************

प्रकृति कुछ कहना चाहती है मुझसे,
हवा की सरसराहट कुछ कहना चाहती है मुझसे
पक्षियों की चहचहाहट कुछ कहना चाहती है मुझसे,
बारिश का उल्लास वातावरण
बातें करते हैं मुझसे,
चाँदनी रात का मदमस्त वातावरण,
कुछ कहना चाहता है मुझसे,
चाँदनी की शीतलता मुझे सुकून देती है।
सूरज के ताप हमेशा हौंसला देता है,
प्रकृति में बहुत कुछ सिखाया है मुझको
नदियों ने शांत रहना सिखाया है मुझको,
समुंदर में शोर करना सिखाया है मुझको
हवा में मधुरता सिखाई है हम मुझको।
तूफानों ने लड़ना सिखाया है मुझको,
प्रकृति बहुत कुछ सिखाती है मुझको
प्रकृति और जीवन में बहुत समानता है।
प्रकृति हमें लड़ना सिखाती है,
जीवन में जीना सिखाता है।
प्रकृति कुछ कहना चाहती है मुझसे॥

परिचय-गरिमा पंत की जन्म तारीख-२६ अप्रैल १९७४ और जन्म स्थान देवरिया है। वर्तमान में लखनऊ में ही स्थाई निवास है। हिंदी-अंग्रेजी भाषा जानने वाली गरिमा पंत का संबंध उत्तर प्रदेश राज्य से है। शिक्षा-एम.बी.ए.और कार्यक्षेत्र-नौकरी(अध्यापिका)है। सामाजिक गतिविधि में सक्रिय गरिमा पंत की कई रचनाएँ समाचार पत्रों में छपी हैं। २००९ में किताब ‘स्वाति की बूंदें’ का प्रकाशन हुआ है। ब्लाग पर भी सक्रिय हैं।

Leave a Reply