पद्मा अग्रवाल
बैंगलोर (कर्नाटक)
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गणतंत्र दिवस:लोकतंत्र की नयी सुबह (२६ जनवरी २०२५ विशेष)…
‘गणतंत्र दिवस’ यानी २६ जनवरी का दिन हमें ३ बड़ी उपलब्धियों की याद दिलाता है। पहली यह कि इस दिन हमें वह संविधान मिला, जिसे भारत के लोगों ने स्वयं अपना भविष्य तय करने के लिए बनाया था। दूसरी उपलब्धि राष्ट्र को अपना मूल नाम ‘भारत’ वापस मिला और तीसरी बड़ी उपलब्धि- ब्रिटिश सम्राट द्वारा नियुक्त गवर्नर जनरल के स्थान पर हमारा अपना राष्ट्रपति मिला।
इसी दिन गवर्नर जनरल का झंडा उतारा गया और भारत के पहले राष्ट्रपति ने अपना झंडा फहरा दिया। इसी दिन संविधान सभा पहले आम चुनाव तक संसद में बदल गई और इसी दिन राष्ट्रपति की शपथ के बाद प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू व मंत्रिमंडल ने अपने संविधान को हाजिर-नाजिर कर शपथ ली थी।
२६ जनवरी १९५० को जब देश में हमारा संविधान लागू हुआ, तब जाकर हमारी सरकार, हमारा शासन व व्यवस्था हमारे संविधान मुताबिक चलने लगी।
गणतंत्र दिवस हमारे ३ राष्ट्रीय पर्वों में से एक है। हमारे राष्ट्रीय त्यौहार ऐसे महत्वपूर्ण अवसर होते हैं, जब हम अतीत की ओर देख कर आकलन करते हैं, कि हमने क्या खोया, क्या पाया…, साथ ही भविष्य की चुनौतियों व लक्ष्य की ओर भी देखते हैं। यह हमारे लिए तरक्की पर गर्व करने का दिन है, क्योंकि आजादी के बाद पंचवर्षीय योजनाओं व हरित क्रांति से हमारे देश की विकास यात्रा ने रफ्तार पकड़ी। इसके बाद आज भारत चाँद पर तिरंगा लहरा चुका है। हमारा देश न सिर्फ परमाणु शक्ति संपन्न बन चुका है, वरन् सेनाएं आधुनिक हथियारों, आधुनिक लड़ाकू विमानों, पनडुब्बियों और आधुनिक रायफल्स जैसे विध्वंसक हथियारों से परिपूर्ण हो चुकी है। भारतीय रेलवे दुनिया के सबसे बड़े नेटवर्क में से एक है।
हमारे देश ने आजादी के बाद विज्ञान, तकनीकी, शिक्षा, मनोरंजन क्षेत्र आदि में इतनी तरक्की कर ली है, कि सारी दुनिया हमारी तरफ देख रही है। भारत दुनिया की पाँचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है। आज हमें अपने सशस्त्र बलों, पुलिस और अर्ध्यसैन्य बलों का अभिनंदन करना चाहिए।
इतनी लंबी यात्रा के बाद अभी भी काफी कुछ पाना बाकी है। देश में आज भी आतंकवाद, लिंग भेद, नक्सलवाद, महिला विरोधी अपराध व भेदभाव, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, गरीबी तथा अशिक्षा जैसी समस्याओं से निपटना बाकी है। हमें उन्हें जड़ से मिटाने के लिए एकसाथ आगे आना होगा। देश में हर घर में पर्याप्त पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करनी है। हर शहर व गाँव के हर घर को २४ घंटे बिजली देने के लक्ष्य को पाना है। हमें आज के दिन अपने अपने क्षेत्र को स्वच्छ रखने का संकल्प भी लेना चाहिए। जय हिंद, जय भारत, भारत माता की जय।