कुल पृष्ठ दर्शन : 254

You are currently viewing है पर्व पुरुषार्थ का

है पर्व पुरुषार्थ का

आचार्य गोपाल जी ‘आजाद अकेला बरबीघा वाले’
शेखपुरा(बिहार)
*********************************************

है पर्व पावन पुरुषार्थ का ये,
जीत के नव‌ उल्लास का
है दीप देहरी पर सजे,
है जीत तम पर प्रकाश की।
है अनुपम त्यौहार ये,
कार्तिक कृष्णपक्ष के अवसान का
यम के पूजन विधान का ये,
धनवंतरी के अवतरण का।
देव पूजन हेतु दीपदान,
है पर्व ये दिव्यार्थ का
घोर-कालिमा की अंधियारी रात,
पर्व अमावस में जगमग प्रकाश का।
धनतेरस रूपचौदस लक्ष्मी गोवर्धन पूजन,
भैयादूज है संगम पावन पंच पर्व का
उजियारे की स्वर्ण-लालिमा बाला,
पर्व अनोखा है यह उत्कर्ष का।
आजाद रहें सब हर गम से,
है यह पर्व अकेला बस हर्ष का॥

Leave a Reply