विद्या होवाल
नवी मुंबई(महाराष्ट्र )
******************************
मेरी नन्हीं परी,
अब बड़ी हो चली है…l
मेरी प्रतिभा की छवि,
पापा की सादगी के
अटूट संगम के साथ,
आगे बढ़ चली हैI
मेरी नन्हीं परी,
अब बड़ी हो चली है…
बचपन की यादों को,
संजोकर युवावस्था के
पद पर चल पड़ी हैI
मेरी नन्हीं परी,
अब बड़ी हो चली है…
बढ़ती उम्र के साथ ही,
अपनी जिम्मेदारी उठाए
नई उम्मीदों के संग,
नई राह पर चल रही हैI
मेरी नन्हीं परी,
अब बड़ी हो चली है…
हमारे सपनों को अपनाकर,
अपने सपनों की
उड़ान भरने उड़ चली हैI
मेरी नन्हीं परी,
अब बड़ी हो चली है…
नई आशाओं को,
आँखों में सजाएँ
इंजीनियर की ओर लम्बी,
छंलाग लगाने दौड़ चली हैI
सचमुच हमारी लाड़ली,
अब बड़ी हो चली है…ll