मुंबई (महाराष्ट्र)।
अवधी-मराठी कला अकादमी से प्रकाशित डॉ. रमाकांत क्षितिज द्वारा रचित हिन्दी पुस्तक (काव्य संग्रह) ‘मुझे कुछ कहना है…’ का विमोचन समाजसेवी भगवान तिवारी ने समंदर की लहरों के भीतर किया। इस काव्य संग्रह में जो रचनाएं हैं, वो पुस्तक विवाह की निमंत्रण पत्रिका है।
डॉ. क्षितिज ने पुत्र श्रीकांत संग मानसी के विवाह के लिए जो निमंत्रण पत्रिका छपवाई है, उसे ही पुस्तकीय स्वरूप दिया है। पुस्तक में जहाँ रिश्तों-रीति-रिवाजों संस्कारों से जुड़ी रचनाएं हैं, वहीं विवाह से जुड़ी जानकारी है। विमोचन के बाद पुस्तक की पहली प्रति सबसे पहले इस्कॉन मंदिर में कान्हा जी को अर्पित की गई। इस अवसर पर विनोद दुबे, गिरिजा शंकर मिश्र, जयप्रकाश सिंह, नागेंद्र तिवारी व अमित मिश्र आदि साहित्यप्रेमी उपस्थित रहे।