मौत जिंदगी से मरती है

संजय गुप्ता  ‘देवेश’  उदयपुर(राजस्थान) ********************************************************************* शायद यह सही कहा है,किसी गरीब के दिल ने यंहा मौत मंहगी है और जिंदगी सस्ती होती है, गगनचुंबी आलीशान,अट्टालिकायें खड़ी है जहां उनके पीछे…

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समाज का सामयिक चित्रण है ‘गणित का पंडित’

रामप्रसाद राजभर केरल ************************************************************* 'गणित का पंडित' युवा कहानीकार विक्रम सिंह का प्रकाशित नया कहानी संग्रह है। इस संग्रह में उनकी चर्चित कहानियों में से १४ को चयनित किया गया…

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उत्सव मनाइए

मनोरमा चन्द्रा रायपुर(छत्तीसगढ़) ******************************************************** होली पर्व रंग संग, मना लेवें भीगे तन, हर मन खुशी छायी, उत्सव मनाइये। मिल-जुल सब संग, उमंगित हो मगन, अवगुण का समन, सभी कर जाइये।…

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मैं पतझड़ का फूल

मनीषा मेवाड़ा ‘मनीषा मानस’ इन्दौर(मध्यप्रदेश)  **************************************************************** नहीं किसी बाग की शोभा, नहीं कोई माली मेरा। निर्जन वन में पड़ा अकेला, 'मैं पतझड़ का फूल' विरह अग्नि पल-पल जलता, फिर भी…

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तू है ना

देवेन्द्र कुमार शर्मा 'युगप्रीत' अजमेर(राजस्थान) ************************************************************************ सवाल कैसा भी हो,हल हो ही जाता है, तू है ना तो सब हो ही जाता है। इतना भी नही अदीब मैं,कि सब जान…

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देश की खातिर…

शरद जोशी 'शलभ' धार (मध्यप्रदेश) **************************************************************************** देश की खा़तिर जिएँ हम,देश की ख़ातिर मरें, देश का गौरव बढे़ सब,काम हम ऐसे करें। आपसी मतभेद सारे,जो भी हैं हम भूल जाएँ,…

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होली पर्व पर कई रचनाकार सौहार्द सम्मान से सम्मानित

बाराबंकी(उप्र) | राष्ट्रीय शिवशक्ति साहित्य कला उन्नयन मंच द्वारा संचालित शिवेतरक्षिति साहित्य सृजन मंच बाराबंकी,अवधप्रांत, उत्तर प्रदेश के रचनाकारों द्वारा रंगोत्सव कार्यक्रम किया गया। इसमें कई रचनाकारों को सौहार्द सम्मान…

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आशा और आँसू के द्वीप

  डॉ.स्वाति तिवारी भोपाल(मध्यप्रदेश) ********************************************************** किताबों में पढ़ा था,दुनिया के पर्यटन नक़्शे में जिसे कई बार देखा था उसे खुली आँखों से कभी देखूँगी नहीं सोचा था पर समय के…

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व्यथा दर्शन:मोबाईल का गुम होना और नींद का खोना

संजय वर्मा ‘दृष्टि’  मनावर(मध्यप्रदेश) ********************************************************************************** मोबाईल का सभी के पास होना अनिवार्य हो गया। जीवन की आश्यकताओं में मोबाईल भी शामिल हो ही गया। पुराने समय में चिठ्ठी-पत्री कबूतर,और धीरे-धीरे…

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बिखरे रंग

सुलोचना परमार ‘उत्तरांचली देहरादून( उत्तराखंड) ******************************************************* इस होली पर हमने देखे सबके कैसे कैसे रंग। कुछ माथे,कुछ चेहरे पे चढ़े और कुछ घूमे वस्त्रों के संग। भर पिचकारी मारें बच्चे…

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