पाश्चात्य संस्कृति और हम

ताराचन्द वर्मा ‘डाबला’अलवर(राजस्थान)*************************************** भटक रही है युवा पीढ़ी,नित-नित नए ख्वाब लिएमंजिल का कहीं पता नहीं,यूँ ही जीवन बर्बाद किए। पाश्चात्य संस्कृति का रंग,कूट-कूट कर भर गया हैअर्थहीन आज का युवा,बीच…

Comments Off on पाश्चात्य संस्कृति और हम

बारिश और हम

दिनेश चन्द्र प्रसाद ‘दीनेश’कलकत्ता (पश्चिम बंगाल)******************************************* चलिए बारिश में नहाएं,फिर से बच्चा बन जाएं। यहां से भागें वहां पे दौड़ें,तुम हमें, हम तुम्हें पकड़ेंजी भर खेलें-कूदे हम तो,फिर से सच्चा…

Comments Off on बारिश और हम

प्रकृति की छटा निराली

कमलेश वर्मा 'कोमल'अलवर (राजस्थान) ************************************* प्रकृति की देखो छटा निराली,कितनी सुंदर कितनी मतवाली। ऊंचे-ऊंचे पर्वत देखो, निर्मल झरते झरनों को देखो,उन पर लहराते पेड़ों को देखो, करतल करते पत्तों को…

Comments Off on प्रकृति की छटा निराली

११वीं-१२वीं में भारतीय भाषाओं की अनिवार्यता प्रशंसनीय

प्रेमपाल शर्मादिल्ली****************************** निर्णय.... कस्तूरीरंगन की अध्यक्षता वाले एनसीईआरटी के नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क समिति की इस सिफारिश की तारीफ की जानी चाहिए, जो उन्होंने ११वीं १२वीं कक्षाओं में २ भारतीय भाषाओं…

Comments Off on ११वीं-१२वीं में भारतीय भाषाओं की अनिवार्यता प्रशंसनीय

समिति द्वारा लिली डावर सम्मानित

इंदौर (मप्र)। मराठी भाषा रक्षण समिति, इंदौर द्वारा एक आयोजन में शासकीय श्री अहिल्या केंद्रीय पुस्तकालय की प्रभारी, शिक्षाविद और बहुआयामी व्यक्तित्व की धनी श्रीमती लिली डावर को सम्मान-पत्र, शाल,…

Comments Off on समिति द्वारा लिली डावर सम्मानित

विद्यावाचस्पति डॉ. अरविंद जैन को न्यास द्वारा डॉ. धर्मवीर भारती पुरस्कार

भोपाल (मप्र)। के.बी. हिंदी सेवा न्यास द्वारा डॉ. अरविंद जैन भोपाल को षष्टम अंतरराष्ट्रीय डॉ. धर्मवीर भारती स्मृति सम्मान से सम्मानित किया गया है। वर्ष १९७४ से २०११ तक मध्य…

Comments Off on विद्यावाचस्पति डॉ. अरविंद जैन को न्यास द्वारा डॉ. धर्मवीर भारती पुरस्कार

शिव ही सत्य

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* दुनिया शिव ही सत्य है, महिमा अपरंपार।अन्तर्मन विश्वास से, हों प्रसन्न ओंकार॥ सदा अजन्मा चिरन्तन, बाघम्बर वागीश।भक्ति प्रेममय शिव चरण, अर्पित रावण शीश॥ महादेव…

Comments Off on शिव ही सत्य

बजे तब मेरे मन के तार

डॉ.एन.के. सेठीबांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* बारिश की नन्हीं बूंदों से,खुशी का हो जाए संचार।राग मल्हार सुनाए मेघ,बजे तब मेरे मन के तार॥ मिट्टी की सौंधी खुशबू से,महक उठा है ये जग…

Comments Off on बजे तब मेरे मन के तार

विकलांगता और मानवता

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़)********************************************* विकलांगता जीवन में दु:ख-दर्द की धारा है,मानवता से जग में दु:ख-दर्द भी हारा है। मन तो नहीं दिख सकता, पर अंग दिखा करता,मन ही इन…

Comments Off on विकलांगता और मानवता

हिंसक राजनीति-लोकतंत्र पर बदनुमा दाग

ललित गर्गदिल्ली************************************** राजनीतिक प्रतिस्पर्धा को हिंसक प्रतिस्पर्धा में नहीं बदला जा सकता, लोकतंत्र का यह सबसे महत्वपूर्ण पाठ पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस एवं अन्य राजनीतिक दलों को याद रखने…

Comments Off on हिंसक राजनीति-लोकतंत्र पर बदनुमा दाग