फलक फाउंडेशन ने कराई सुमधुर काव्य गोष्ठी
मंडला (मप्र)। राष्ट्रीय फलक फाउंडेशन छत्तीसगढ़ इकाई में काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में फाउंडेशन अध्याय के सभी प्रतिभागियों ने एक से बढ़ कर एक रचनाओं से पटल…
मंडला (मप्र)। राष्ट्रीय फलक फाउंडेशन छत्तीसगढ़ इकाई में काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में फाउंडेशन अध्याय के सभी प्रतिभागियों ने एक से बढ़ कर एक रचनाओं से पटल…
डॉ.अशोकपटना(बिहार)********************************** माँ घर के चूल्हे पर,हर क्षण झुलसती रहती हैबाप की जिन्दगी तपती दुपहरी,कुछ ख़ास कहती है। मेहनत और लगन से,बच्चों को हर वक्त खिलाता-संवारता रहता हैमाँ की पवित्र और…
प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* "क्या हुआ ?""लक्ष्मी आई है।""खाक लक्ष्मी आई है। तीसरी बार भी लड़की ही।" और, सासू माँ ने अनिता को वहीं अस्पताल में ही कोसना शुरु कर…
पटना (बिहार)। मंजू सक्सेना की कलम की तलखियत को बयां करती है, और अपने नए गजल संग्रह 'अनछुई छुवन' की अधिकांश ग़ज़लों के समकालीन मिजाज से पाठकों को परिचय कराती…
राधा गोयलनई दिल्ली****************************************** औरत औरों को रोशनी देने के लिए,जलती रहती है…मोम-सी पिघलती है,शायद जलना, पिघलना और फिर खाक हो जाना ही उसका 'नसीब' है। जब-जब उसने ऊँची उड़ान भरनी…
आशा आजाद`कृतिकोरबा (छत्तीसगढ़)**************************** लापरवाही देख लें, अनहोनी हो जाय। सब बच्चों को आज तो, वाहन ही है भाय॥ वाहन ही है, भाय जोश में, तेज चलाते। नियम बने जो, नित्य…
हेमराज ठाकुरमंडी (हिमाचल प्रदेश)***************************************** प्रेम अन्त अभिलाषा है जीवन की,पर मिला वह सबको अधूरा ही हैराम-कृष्ण की कहानी को सुन लो,उनमें भी कौन-सा वह पूरा ही है ? यह रही…
रत्ना बापुलीलखनऊ (उत्तरप्रदेश)***************************************** जनमानस का जीवन जल पर ही निर्भर है, अतः नदियों का महत्व सदियों से न केवल भारत में बल्कि पूरे संसार में है। इसलिए प्राचीन काल में…
पटना (बिहार)। संपादक एवं कथाकार अमरेंद्र कुमार सिंह ने पटना में 'शिष्ट विनोद' के कार्यालय पर सारस्वत विचार और कवि गोष्ठी का आयोजन किया। इसी क्रम में अमरेंद्र कुमार सिंह…
दिनेश चन्द्र प्रसाद ‘दीनेश’कलकत्ता (पश्चिम बंगाल)******************************************* सूरज में नहीं है, उतनी गर्मी,जितनी तेरी साँसों में हैसागर में नहीं है, उतनी गहराई,जितनी तेरी आँखों में है। गुलाबों में नहीं है, उतनी…