संग्रह ‘अंधेरे की आँख’ पर हुई चर्चा

पटना (बिहार)। वयोवृद्ध साहित्यकार शिवमंगल सिद्धांतकर की कविता में आज भी गजब की ताजगी दिख पड़ती है। नवसर्वहारा सांस्कृतिक मंच और 'कथान्तर' की ओर से वरिष्ठ कवि विचारक शिवमंगल सिद्धांतकर…

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सम्मान हेतु ओमप्रकाश क्षत्रिय चयनित

नीमच (मप्र)। बाल साहित्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्यों के लिए 'पंडित हरप्रसाद पाठक बाल साहित्यश्री सम्मान' प्रति वर्ष दिया जाता है। देशभर से आमंत्रित रचनाकार साथियों की उपस्थिति में…

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करना सत्काम

डॉ.सरला सिंह`स्निग्धा`दिल्ली************************************** जब तक तन में साँस है, करना तुम सत्काम।मिलती मन को शान्ति है, और जगत में नाम॥और जगत में नाम, भलाई सबकी करना।झरता जैसे नीर, बिना स्वारथ के…

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स्वीकारा भाषा-साहित्य में ‘एआई’ का तकनीकी महत्व, सतर्क रहने की सलाह

कार्यशाला.... हैदराबाद (तेलंगाना)। केंद्रीय हिंदी संस्थान, विश्व हिंदी सचिवालय, अंतरराष्ट्रीय हिंदी सहयोग परिषद तथा वैश्विक हिंदी परिवार द्वारा ‘हिंदी शिक्षण और कृत्रिम मेधा’ (एआई) विषय पर साप्ताहिक आभासी गोष्ठी आयोजित…

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क्या यही अंजाम है मुहब्बत का ?

हेमराज ठाकुरमंडी (हिमाचल प्रदेश)***************************************** उठानी तो पालकी थी कहारों के कंधों पर,कहां तो अर्थी बाप के कांधों से उठाई गईमाँ-बाप का दर्द तो समझ में आता है प्रभु,पर इस बच्चे…

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सबने देखा कश्मीर की बदलती तस्वीर को

ललित गर्गदिल्ली************************************** श्रीनगर में जी-२० के पर्यटन कार्यसमूह के सम्मेलन से जम्मू-कश्मीर के बदलते सुखद एवं लोकतांत्रिक स्वरूप, पर्यटन को नई दिशा मिलने एवं बॉलीवुड के साथ रिश्ते मजबूत होने…

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पानी..जीवन आधार

डॉ.एन.के. सेठीबांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* नदियाँ सागर रीतते, रीते ताल तड़ाग।ताप धरा का बढ़ रहा, सूख रहे वन बाग॥ पानी बिन सब सून है, ये जीवन आधार।तड़प रहे हैं जीव सब,…

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चलें गाँव की ओर…

डॉ. प्रताप मोहन ‘भारतीय’सोलन(हिमाचल प्रदेश)***************************************************** शहर के कोलाहल से दूरकिसी गाँव में चलेंआइये कुछ समय के लिए,शांति के साथ मिलें। कुएं से पानी भरते लोग,पेड़ की छाया के नीचेआराम करते…

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तरंग गोष्ठी में लिए महत्वपूर्ण निर्णय

जमशेदपुर (झारखंड)। हिन्दी साहित्य भारती झारखंड इकाई और केन्द्रीय कार्यकारिणी की एक महत्वपूर्ण तरंग गोष्ठी आयोजित की गई। संस्था के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. रवीन्द्र शुक्ल, केन्द्रीय उपाध्यक्ष आचार्य देवेंद्र देव…

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ऐ लम्हें! मुझे याद मत दिलाना…

डॉ.अनुज प्रभातअररिया ( बिहार )**************************** ऐ लम्हें !तुम मुझे याद मत दिलाना,उन लम्हों कीजो मेरी तकलीफ के हों,याद दिलाना तो दिलानाजो मेरी खुशियों की तस्वीर हो। ऐ लम्हें !तुम मुझे…

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