हिंदी हमारी शान
गोपाल मोहन मिश्रदरभंगा (बिहार)***************************************** हिंदी की बिंदी… अभिमान है,स्वाभिमान हैहिंदी हमारा मान है। जान है,जहान हैहिंदी हमारी शान है। सुर है, ताल है,लय है, भाव हैहिंदी हमारा गान है। दिलों का उद्गार है,भाषा का संसार हैहिंदी जन-जन का आधार है। बोलियों की झंकार है,भारत का श्रृंगार हैहिंदी संस्कृति का अवतार है। विचारों की खान है,प्रेम … Read more