‘पराकाष्ठा’

शिवनाथ सिंहलखनऊ(उत्तर प्रदेश)**************************************** मानवी और रमणीक को हवनकुंड के चारों ओर सात फेरे लिए हुए अभी कुछ ही दिन बीते थे कि,एक दिन रमणीक ने मानवी से कहा-'मानवी, आज रात…

Comments Off on ‘पराकाष्ठा’

मातृभाषा और बच्चों की प्रारंभिक शिक्षा में भारतीय भाषाओं का महत्व

राहुल देवदिल्ली**************************** राष्ट्रीय शिक्षा नीति २०२०..... किसी व्यक्ति के जीवन में उसकी मातृभाषा के महत्व की सबसे अच्छी और सटीक तुलना करने के लिए माँ के दूध से बेहतर कुछ…

Comments Off on मातृभाषा और बच्चों की प्रारंभिक शिक्षा में भारतीय भाषाओं का महत्व

मनभावन रचनाओं से किया सुभाषचन्द्र बोस को याद

कवि सम्मेलन............ टीकमगढ़(मप्र)। म.प्र. लेखक संघ जिला इकाई टीकमगढ़ एवं जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़ के बैनर तले नेता जी सुभाषचन्द्र बोस की १२५ वीं जयंती वर्ष पर आनलाइन आडियो…

Comments Off on मनभावन रचनाओं से किया सुभाषचन्द्र बोस को याद

सृजन वरदान

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’जमशेदपुर (झारखण्ड)******************************************* मानव को है प्रकृति ने,अद्भुत दान दियासृजन का अनुपम,उपहार दिया।बीज से सृजन,मानव का सुंदर रुप,मात-पिता को नाम दिया।सृजन है पाककला,जिह्वा को जो स्वाद मिला।लेखक-कवि ने…

Comments Off on सृजन वरदान

दादी का संदूक!

डॉ.सत्यवान सौरभहिसार (हरियाणा)************************************ स्याही-कलम-दवात से,सजने थे जो हाथ।कूड़ा-करकट बीनते,नाप रहें फुटपाथ॥ बैठे-बैठे जब कभी,आता बचपन याद।मन चंचल करने लगे,परियों से संवाद॥ मुझको भाते आज भी,बचपन के वो गीत।लोरी गाती मात…

Comments Off on दादी का संदूक!

समय बीत जाएगा

गीतेश करंदीकरमुंबई(महाराष्ट्र)*************************** समय पर काम करने वालों नेजानी है एक बात,सब उसका आदर करते हैंऔर समय रहता है उसके साथ।अच्छे कर्म करो,अच्छा ही वापस आएगा।ये समय भी बीत जाएगा… आलस…

Comments Off on समय बीत जाएगा

चलते ही जा रहे

रेणू अग्रवालहैदराबाद(तेलंगाना)************************************ ज़िन्दगी शुरू हुई तबसे छलते ही जा रहे हैं।चलना सीखा जबसे चलते ही जा रहे हैं। उसूलों को निभाते जिस्म थक चुका हैअब बच्चों से हाथ मलते ही…

Comments Off on चलते ही जा रहे

स्वीकार कर

अनिल कसेर ‘उजाला’ राजनांदगांव(छत्तीसगढ़)************************************ प्यार है तो इज़हार कर,दिल को ना बेकरार कर। बोलना है जो बोल दे,छुप के न तू वार कर। देशसेवा करना है अगर,गद्दारों पे न एतबार कर।…

Comments Off on स्वीकार कर

काबुलःबाइडन जल्दबाजी न करें

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ******************************* अमेरिका का बाइडन प्रशासन डोनाल्ड ट्रम्प की अफगान-नीति पर अब पुनर्विचार करने वाला है। वैसे तो ट्रम्प प्रशासन ने पिछले साल फरवरी में तालिबान के साथ जो…

Comments Off on काबुलःबाइडन जल्दबाजी न करें

राष्ट्रप्रेम और साहित्यकारों की महती भूमिका

डॉ.अर्चना मिश्रा शुक्लाकानपुर (उत्तरप्रदेश)************************* हम सब यह तो जानते ही हैं कि हमारे देश में अनेकानेक वीरों ने अपना बलिदान देकर अपने देश को अंगेजों से देश को मुक्त कराया।…

Comments Off on राष्ट्रप्रेम और साहित्यकारों की महती भूमिका