सबका साथ ही दिलाएगा ‘कोरोना’ से मुक्ति

संध्या चतुर्वेदी ‘काव्य संध्या’अहमदाबाद(गुजरात) ****************************************************************** कोरोना एक विषाणु से फैलने वाली भयंकर बीमारी है। मूलतः सुरक्षा और बचाव से पहले इस के मूल रूप को समझ लेना आवश्यक है। कोविड-१९ विषाणु…

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मैं मज़दूर बोल रहा हूँ…

डॉ. वंदना मिश्र ‘मोहिनी’इन्दौर(मध्यप्रदेश)***************************************************************** आज चारों ओर मेरे ही नाम का शोर है,मेरे प्रति शाब्दिक संवेदनशीलता सोशल मीडिया पर गूँज रही है,सिर्फ मोबाइल की काला पर्दा ही नहीं,आपके घरों दीवारों…

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साहित्यकार शशांक मिश्र भारती सम्मानित

शाहजहांपुर(उप्र)l आनलाइन पुस्तक लोकार्पण व सम्मान समारोह में देश-विदेश के १६९ रचनाकारों के साथ सम्पादक व साहित्यकार शशांक मिश्र भारती को स्वच्छ भारत निर्माण परिषद(जयपुर) द्वारा सेवा योद्धा,आईसीटीएम मीडिया समूह(हरियाणा)द्वारा…

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विकास का आधार स्तंभ प्रवासी श्रमिकों का पलायन

रचना सिंह ‘रश्मि’ आगरा(उत्तरप्रदेश)************************************************************ 'कोरोना' का कहर पूरे विश्व में छाया है, जिसके फैलाव को रोकने के लिए सरकार ने सम्पूर्ण भारत में तालाबंदी की,जिससें पूरा देश थम गया है।…

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कर खुद पर भरोसा

प्रीति शर्मा `असीम`नालागढ़(हिमाचल प्रदेश)****************************************************************** जिंदगी अगर खुद को चुनती,फिर वो मौत का फंदा ना बुनती।जिंदगी अगर खुद को चुनती… दूसरों पर रखी,उम्मीद जब है थमती,खुद को हार कर,जिंदगी की आस…

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रिमझिम पावस आया है…

शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’रावतसर(राजस्थान) ********************************************************************** धरती को हरियल करने बारिश की बूँदें लाया है,पावस का स्वागत करके हर जन का मन हर्षाया है। हरे हुए पल्लव सारे बूँदें मोती-सी चमक उठी,कलियों…

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अनसुलझी-सी बातें

अंशु प्रजापतिपौड़ी गढ़वाल(उत्तराखण्ड)**************************************************************** कुछ अनसुलझी-सी बातें मन की,कुछ बिन गाये गीत हमारेसमय के पंखों पर बैठे,कुछ बोझिल अरमान हमारेl इनको पूरा करने की ख़ातिर,कुछ धुंधले से शौक़ हमारेस्वच्छ धरा को…

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चाहत

मौसमी चंद्रापटना(बिहार) ************************************************************************ हमेशा मैंने तुम्हेंटुकड़ों में पाया है,थोड़ा-थोड़ा जोड़ करउस मुलाकात को,मैंने बना लीपूरी किताब।मामूली नहीं हैये किताब,बेशकीमती है मेरे लिएइसमें मेरी जिंदगी का,फ़लसफ़ा है।हर पन्ने पर,दर्ज है हम…

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कोरोना:जीना-मरना,दोनों मुहाल

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ********************************************************************** 'कोरोना' का संकट भी क्या गजब का संकट है। इसने लोगों का जीना और मरना,दोनों मुहाल कर दिए हैं। दुनिया के दूसरे मुल्कों के मुकाबले भारत में…

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घर के हैं वह सिरमौर

राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’धनबाद (झारखण्ड) *********************************************************************** देखो सुनो घर के हैं वह सिरमौर,दिखते वह ऊपर से अत्यंत कठोर।रहते उनके आया नहीं कमी का दौर,है वे पिता मेरे,नहीं दूजा कोई और। बचपन…

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