माँ ही परिभाषा
कार्तिकेय त्रिपाठी ‘राम’ इन्दौर मध्यप्रदेश) ********************************************* मातृ दिवस स्पर्धा विशेष………… हर परिभाषा माँ से होती, माँ ही हर परिभाषा होती। माँ प्रेम का शब्दकोश है, और विजय का जयघोष है।…
कार्तिकेय त्रिपाठी ‘राम’ इन्दौर मध्यप्रदेश) ********************************************* मातृ दिवस स्पर्धा विशेष………… हर परिभाषा माँ से होती, माँ ही हर परिभाषा होती। माँ प्रेम का शब्दकोश है, और विजय का जयघोष है।…
डॉ.पूर्णिमा मंडलोई इंदौर(मध्यप्रदेश) ***************************************************** मातृ दिवस स्पर्धा विशेष………… रोज सुबह चाय का प्याला लेकर अखबार पढ़ना प्रतिभा की आदत है। आज भी रोज की तरह अखबार पढ़ने बैठी ही थी,कि…
हेमा श्रीवास्तव ‘हेमाश्री’ प्रयाग(उत्तरप्रदेश) ********************************************************************* मातृ दिवस स्पर्धा विशेष………… हम बड़े हो गए माँ,तुम्हें समझाने लगे हैं, हम तुम्हें ही तुम्हारे फर्ज गिनाने लगे हैं। तुम उँगली पकड़ के चलना…
डॉ. वेदप्रताप वैदिक ********************************************************************* रफाल-सौदे के बारे में सरकार ने अदालत के सामने जो तर्क पेश किए हैं,वे बिल्कुल लचर-पचर हैं। वे सरकार की स्थिति को कमजोर करते हैं। सरकार…
तारा प्रजापत ‘प्रीत’ रातानाड़ा(राजस्थान) ************************************************* मातृ दिवस स्पर्धा विशेष………… नौ माह गर्भ के खट्टे-मीठे अनुभवों के साथ, असहनीय प्रसव पीड़ा के बाद, जब मैंने तुझे जन्म दिया, अपनी गोद में…
सतना(मध्यप्रदेश)। अटल काव्यांजलि साहित्यिक मंच द्वारा आठवें मासिक जन्मोत्सव पर आयोजित कवि सम्मेलन में रिखब चन्द राँका 'कल्पेश' (जयपुर,राजस्थान) द्वारा अप काव्य की शानदार प्रस्तुति दी गई। इस भव्य सम्मान…
प्रेरणा सेन्द्रे इंदौर(मध्यप्रदेश) ****************************************************** मातृ दिवस स्पर्धा विशेष………… कहते हैं माँ बनने का सौभाग्य किस्मत वालों को मिलता है,पर माँ बनकर उसका सुख ना मिल पाए वो सबसे बड़ी बदकिस्मती…
क्षितिज जैन जयपुर(राजस्थान) ********************************************************** मातृ दिवस स्पर्धा विशेष………… माता शब्द है जो ममता मानवता का नाम। हृदय से करूँ सभी माताओं को प्रणाम॥ जन्मदायिनी हे माता! तेरा तो पर्याय…
रश्मि लता मिश्रा बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ****************************************************************** मातृ दिवस स्पर्धा विशेष………… हो जिसके पैरों तले 'स्वर्ग' धरती-सी सहनशीलता जिसमें समाती है, खुद भूखा रहकर जो,बच्चे को खिलाती है गीले बिस्तर की…
वकील कुशवाहा आकाश महेशपुरी कुशीनगर(उत्तर प्रदेश) ****************************************************************** मुहब्बत तो बहुत है पर तुझे मैं पा नहीं सकता, तड़प दिल की ऐ जानेमन कभी दिखला नहीं सकता, तुझे मंजिल मिले वो जो…