हे तथागत बुद्ध
डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’जमशेदपुर (झारखण्ड)******************************************* दर्शन की सीमा विस्तृत है,सबसे बहुत सीमित हैशायद सजा हृदय चिंतन का! प्रगति पर परीक्षाओं बिन,मनुष्य नहीं चल पाएगाक्षणभंगुर जीवन पथ,भावुक होता मनसोच बड़ी विकट…