कहानी संग्रह ‘एक अपराजित सत्य’ लोकार्पित

रोहतक (हरियाणा)। डॉ. मधुकांत के कहानी संग्रह 'एक अपराजित सत्य' का लोकार्पण सांपला के प्रतिष्ठित कालीधाम आश्रम में हुआ। १००८ स्वामी कृष्णानंद परमहंस ने यह करते हुए कहा कि, लगभग…

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ग़ज़ल को पढ़ने-सुनने के साथ बहर का अभ्यास अत्यंत आवश्यक

पटना (बिहार)। ग़ज़ल सीखने के लिए मेहनत करने के लिए भी तैयार रहना ज़रूरी है। ग़ज़ल एक अत्यंत अनुशासित विधा है। मेहनत माँगती है और जो इसको स्वीकार कर लेता…

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संग्रह ‘अंधेरे की आँख’ पर हुई चर्चा

पटना (बिहार)। वयोवृद्ध साहित्यकार शिवमंगल सिद्धांतकर की कविता में आज भी गजब की ताजगी दिख पड़ती है। नवसर्वहारा सांस्कृतिक मंच और 'कथान्तर' की ओर से वरिष्ठ कवि विचारक शिवमंगल सिद्धांतकर…

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सम्मान हेतु ओमप्रकाश क्षत्रिय चयनित

नीमच (मप्र)। बाल साहित्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्यों के लिए 'पंडित हरप्रसाद पाठक बाल साहित्यश्री सम्मान' प्रति वर्ष दिया जाता है। देशभर से आमंत्रित रचनाकार साथियों की उपस्थिति में…

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स्वीकारा भाषा-साहित्य में ‘एआई’ का तकनीकी महत्व, सतर्क रहने की सलाह

कार्यशाला.... हैदराबाद (तेलंगाना)। केंद्रीय हिंदी संस्थान, विश्व हिंदी सचिवालय, अंतरराष्ट्रीय हिंदी सहयोग परिषद तथा वैश्विक हिंदी परिवार द्वारा ‘हिंदी शिक्षण और कृत्रिम मेधा’ (एआई) विषय पर साप्ताहिक आभासी गोष्ठी आयोजित…

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तरंग गोष्ठी में लिए महत्वपूर्ण निर्णय

जमशेदपुर (झारखंड)। हिन्दी साहित्य भारती झारखंड इकाई और केन्द्रीय कार्यकारिणी की एक महत्वपूर्ण तरंग गोष्ठी आयोजित की गई। संस्था के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. रवीन्द्र शुक्ल, केन्द्रीय उपाध्यक्ष आचार्य देवेंद्र देव…

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ऐ लम्हें! मुझे याद मत दिलाना…

डॉ.अनुज प्रभातअररिया ( बिहार )**************************** ऐ लम्हें !तुम मुझे याद मत दिलाना,उन लम्हों कीजो मेरी तकलीफ के हों,याद दिलाना तो दिलानाजो मेरी खुशियों की तस्वीर हो। ऐ लम्हें !तुम मुझे…

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मन के मनकों को बिखेरा है हम सबकी झोली में-डॉ. दवे

लोकार्पण.... इंदौर (मप्र)। मनके दो प्रकार से बिखेरे जाते हैं, पहला भाव नकारात्मक होता है जिसमें किसी माला को तोड़कर उसके अस्तित्व को समाप्त करने का भाव प्रधान होता है,…

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मनुष्य होना कवि होने से बड़ा

इंदौर। मनुष्य होना कवि होने से बड़ा है। और निर्मल शर्मा एक बेहतरीन मनुष्य है जो एक ऐसे भारतीय समाज की परिकल्पना करते हैं, जो समता पर आधारित हो।रविवार को…

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अघोरी पंथ, शक्तिपीठ और महाकुंभ का बहुत ही जानकारी युक्त वर्णन

चर्चा.... दिल्ली। संतोष जी की भाषा कहीं-कहीं बहुत प्रांजल और बड़ी ईमानदार नज़र आती है। न केवल नागा साधु बल्कि, अघोरी पंथ, शक्तिपीठ और महाकुंभ का बहुत ही जानकारी युक्त…

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