पर्यावरण संरक्षण हेतु प्रतिस्पर्धा के लिए रचनाएं आमंत्रित

इंदौर (मप्र)। पर्यावरण संरक्षण, अनुसंधान एवं विकास केंद्र द्वारा 'विश्व पर्यावरण दिवस' के उपलक्ष्य में पर्यावरण संरक्षण साहित्य उत्सव आयोजित किया जा रहा है। इसके अंतर्गत साहित्यिक विधाओं में ४…

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माँ की महिमा का गुणगान विश्व साहित्य में सदियों से

उज्जैन (मप्र)। माँ की महिमा का गुणगान विश्व साहित्य में सदियों से होता आ रहा है। माँ के श्री चरणों में फलित होने वाले आशीष हैं, तो माँ के मस्तक…

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लघुकथा प्रतियोगिता हेतु प्रविष्टि ३० जून तक आमंत्रित

इंदौर (मप्र)। क्षितिज संस्था, इंदौर द्वारा २९ अक्टूबर २०२३ को इंदौर में अखिल भारतीय लघुकथा सम्मेलन-२०२३ आयोजित किया जा रहा है। इस अवसर पर विश्व लघुकथा प्रतियोगिता भी आयोजित की…

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प्रेरणा ने किया हिंदी सेवियों को सम्मानित

जबलपुर (मप्र)। हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने हेतु संकल्पित प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा के सलाहकार गुंडाल विजय कुमार के मार्गदर्शन में संस्था ने कई प्रतिभाओं को सम्मानित किया है। यह सम्मान…

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विसंगतियों पर करारा प्रहार करते हैं रामखेलावन से

सम्मान-लोकार्पण-संगोष्ठी... पटना (बिहार)। रणविजय राव के व्यंग्य का पात्र रामखेलावन आम आदमी का प्रतिनिधि है। रामखेलावन के माध्यम से श्री राव समाज और आसपास के परिवेश में व्याप्त विसंगतियों पर…

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संग्रह ‘हवा का झोंका थी वह’ लोकार्पित

नई दिल्ली। अनिता रश्मि के नव्यतम कथा संग्रह 'हवा का झोंका थी वह' का लोकार्पण प्रभात प्रकाशन के सभागार में हुआ। हर आदमी के अंदर दो जंगल हुआ करते हैं।…

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डॉ. उर्मिलेश की पुण्यतिथि पर विराट कवि सम्मेलन

बदायूँ (उप्र)। डॉ. उर्मिलेश की १८वीं पुण्य तिथि पर इस वर्ष भी डॉ. उर्मिलेश स्मृति दिवस निमित्त विराट कवि सम्मेलन हो रहा है, जिसमें देश के ख्यातिलब्ध कवि सम्मिलित होंगे।…

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२ पुस्तक लोकार्पित

आगरा (उप्र)। सम्पादक डॉ. कविता सिंह 'प्रभा' की पुस्तक 'दिशाएँ जिंदगी की' और 'सुनी है आहट' का लोकार्पण यूथ हॉस्टल में वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. सुषमा सिंह ने किया। आपने कहा…

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वकील भी अंग्रेजी में कार्य के अभ्यस्त, उचित कदम की आवश्यकता

अभ्यास वर्ग... सोनीपत (हरियाणा)। हरियाणा राजभाषा अधिनियम में संशोधन के द्वारा १ अप्रैल २०२३ से अधीनस्थ न्यायालयों की भाषा हिंदी कर दी गई है लेकिन इसे कार्यप्रणाली में लाना सबसे…

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कमजोर रचनाओं की बदौलत खेमे द्वारा प्रतिष्ठा नहीं पाना चाहता

पटना (बिहार)। संस्थाएं बुरी नहीं होती, कुछ ऐसे बुरे लोग होते हैं, जो साहित्य की दुनिया से कटकर अपनी एक मानसिकता और एक विचार के लोगों में सिमटकर अपने घेरे…

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