बदल रहा है आज जमाना
डॉ.एन.के. सेठीबांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* भौतिकता के नए दौर में,बदल गया सब ताना-बाना।रिश्तों की मर्यादा टूटी,बदल रहा है आज जमाना॥ चौपालें सूनी हैं सारी,संस्कारों का मान घटा है।रिश्तों में अब पड़ी दरारें,मानव अपने तक सिमटा है।लाज-शर्म सब छूट गई अब,बदल गया सब रहना खाना॥बदल रहा है… हॉट डॉग पिज्जा बर्गर ही,करे पसंद युवा पीढ़ी अब।छोड़ पीयूष … Read more