किताबों के साथ वो आँख-मिचौनी वाला बचपन

डॉ. मुकेश ‘असीमित’गंगापुर सिटी (राजस्थान)******************************************** क्या सबसे अच्छी दोस्त…? (‘विश्व पुस्तक दिवस’ विशेष)… ‘विश्व पुस्तक दिवस’ काहे के लिए! अरे भाई, इसलिए नहीं कि लोग किताबें पढ़ेंगे, बल्कि इसलिए कि सेल्फ़ी खिंचवाने के लिए कुछ किताबों की ज़रूरत पड़ेगी। इंस्टाग्राम पर हैशटैग चल रहा है- #बुकलवरफॉरएवर-और नीचे प्रतिक्रिया में लिखा है,-“बचपन में ‘चाचा चौधरी’ पढ़ी … Read more

पढ़ने वालों के स्पर्श चाहिए

संजीव एस. आहिरेनाशिक (महाराष्ट्र)********************************************* क्या सबसे अच्छी दोस्त…? (‘विश्व पुस्तक दिवस’ विशेष)… ऐसे ही एक दिन मुम्बई के किसी प्रसिद्ध वाचनालय में जाने का अवसर प्राप्त हुआ। इतना विशाल ग्रंथालय देख मैं तो भौंचक्का रह गया। विभिन्न विधाओं की किताबों के बड़े-बड़े दालान, विशाल बहुमंजिला ईमारत में जाने कितनी किस्म की किताबें भिन्न-भिन्न ढंग से … Read more

सबक सिखाना होगा पाकिस्तान को

ललित गर्ग दिल्ली*********************************** जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए बर्बर एवं क्रूर आतंकी हमले से सारा देश गम एवं गुस्से में दिख रहा है, वहीं मोदी सरकार इस बार आर-पार के इरादे में दिख रही है। भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ ५ बड़े और कड़े फैसले लेते हुए पाकिस्तान पर शिकंजा कसा है, जिससे वह डरा … Read more

हिन्दी:विरोध की संकीर्ण राजनीति

ललित गर्ग दिल्ली*********************************** हिंदी को लेकर तमिलनाडु की राजनीति का आक्रामक होना कोई नयी बात नहीं है, लेकिन तमिलनाडु के बाद महाराष्ट्र में हिंदी का विरोध यही बताता है कि संकीर्ण राजनीतिक कारणों से किस तरह भाषा को हथियार बनाया जा रहा है। विभिन्न राजनीतिक दल भारतीय जनता पार्टी एवं केन्द्र सरकार को घेरने के … Read more

न भूलें, न छोड़ें और न ही क्षमा करें… आखिर कब तक…?

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर (मध्यप्रदेश)****************************************** पहलगाम हमला…. भारतीय धरती पर सौन्दर्य के स्वर्ग ‘जम्मू-कश्मीर’ के पहलगाम में धर्म पूछकर निर्दोष पर्यटकों की इतनी बड़ी संख्या (२७) में निर्मम हत्या करना आतंकियों की बेहद कायराना हरकत है। इसके पीछे सीधे-सीधे पाकिस्तानी सेनाध्यक्ष असीम मुनीश की रणनीति लगती है, क्योंकि पिछले दिनों ही उन्होंने सबको हैरान करते हुए … Read more

जीवन हेतु धरा संरक्षण जरूरी

ललित गर्ग दिल्ली*********************************** ‘विश्व पृथ्वी (२२ अप्रैल) दिवस’ विशेष…. प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण, जलवायु परिवर्तन से निपटने और जैव विविधता संकट को रोकने के लिए कार्रवाई का एक क्रांतिकारी आह्वान है ‘विश्व पृथ्वी दिवस’ जो पूरे विश्व में २२ अप्रैल को मनाया जाता है। सृष्टि के संरक्षण और स्थिरता के लिए जागरूकता पैदा करना इसलिए … Read more

बचपन का पूरी तरह आनंद लें

हरिहर सिंह चौहानइन्दौर (मध्यप्रदेश )************************************ गर्मी में सभी के अंदाज अपने-अपने हैं और हर दिन निराले होते हैं। घरों में चिंकी, पिंकी, राहुल, श्याम, टीना और भी बहुत से बच्चा पार्टी की धूमधाम, शरारत और धमा-चौकड़ी शुरू हो चुकी है। सुबह से शाम तक मस्ती, मजाक, खेलकूद, हँसी-ठिठौली अब आम बात हो गई है, क्योंकि … Read more

पृथ्वी के महत्व को समझें और बच्चों को भी समझाएं

पद्मा अग्रवालबैंगलोर (कर्नाटक)************************************ पृथ्वी दिवस (२२ अप्रैल) विशेष… हम सबको आने वाली पीढ़ी को पृथ्वी के महत्व को समझाना और बताना आवश्यक है। प्रकृति और पृथ्वी के संरक्षण को ध्यान में रखते हुए २२ अप्रैल को ‘अर्थ-डे’ मनाया जाता है। हमें इसे एक दिन के स्थान पर परंपरा या आदत की तरह से मनाने की … Read more

विरासत एवं विकास का समन्वय अपेक्षित

ललित गर्ग दिल्ली*********************************** ‘विश्व विरासत दिवस’ (१८ अप्रैल) विशेष… ‘विश्व धरोहर दिवस’ अथवा ‘विश्व विरासत दिवस’ मानव सभ्यता के इतिहास और विरासत को एक साथ सम्मान देने एवं ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थलों के संरक्षित करने के लिए हर साल १८ अप्रैल को मनाया जाता है। उद्देश्य सांस्कृतिक परिदृश्यों और संरचनाओं का जश्न मनाना और उन … Read more

नफरती दुनिया ही विनाश का कारण

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* अभी समस्त विश्व पटल पर विस्तार वाद, दंगा, हिंसा, घृणा, स्वार्थ विष फैला हुआ है और मानवीय एवं न्यायिक मूल्यों का क्षरण हो रहा है। काम, क्रोध, लोभ मोह मद, और विषाद रूपी बहुविध रोग से आज दुनिया सदाचार, नैतिकता, संस्कार और अपनी गौरवमयी संस्कृतियों से विरत दानवीय चरित्र … Read more