‘कोरोना’ के फायदे

डॉ. सोमनाथ मुखर्जीबिलासपुर (छत्तीसगढ़)******************************************* दुनिया में एक से बढ़कर एक लोग हैं जो अवसर को सबसे पहले पहचान जाते हैं,और उसका भरपूर फायदा उठा लेते हैं। जब 'कोरोना' काल शुरू…

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मोबाइल युग

डॉ. सोमनाथ मुखर्जीबिलासपुर (छत्तीसगढ़)******************************************* शाम के वक्त रास्ते में टहलने निकला ही था, देखता हूँ कि एक व्यक्ति अपने-आप बड़बड़ाते हुए चले जा रहा था। उसे अपने आस-पास की कोई…

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हम वीरों की धरती

शशि दीपक कपूरमुंबई (महाराष्ट्र)************************************* “ऐ! रावी ले लो!““नहीं, रे! नहीं““ऐ! व्यास ले लो!““नहीं, रे! नहीं““नदियाँ पाकिस्तान को अंग्रेज़ों ने ज़बरन दीं, वापिस लो!”“हिन्दुस्तान की मिट्टी की क़सम,हम शहीद सैनिक हैं,अपने…

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कुत्ता कभी नहीं पालूँगी…

शशि दीपक कपूरमुंबई (महाराष्ट्र)************************************* मेरी गली में रात को कुत्ते बहुत ज़ोर-ज़ोर से भौंक रहे थे। मैंने कारण जानने की उत्सुकता से पति को गहरी नींद से जगाते हुए पूछा,…

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कलयुग का कपड़ा…बर्तन!!

डॉ. सोमनाथ मुखर्जीबिलासपुर (छत्तीसगढ़)******************************************* जब से हमारे देश में मॉल संस्कृति आई है,तब से देख रहा हूँ कि घर में कपड़ों का ढेरी लगा रहता है। हर तरफ कपड़े ही…

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बारात…

डॉ. सोमनाथ मुखर्जीबिलासपुर (छत्तीसगढ़)******************************************* 'बारात' में जाने की बात सुनकर किसे न अच्छा लगता है। सब लोग एक से एक कपड़े में सज-धजकर बैंड-बाजा,रौशनी,डीजे की धुन के साथ थिरकते हुए…

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साड़ीवाला…

डॉ. सोमनाथ मुखर्जीबिलासपुर (छत्तीसगढ़)******************************************* मैं ऑफिस जाने के लिए जूता पहन ही रहा था,कि एक मोटा-ताजा आदमी अपने दोनों हाथों में गठरी ले कर मुझे नमस्कार करते हुए और मेरी…

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वैवाहिक गठबंधन…

डॉ. सोमनाथ मुखर्जीबिलासपुर (छत्तीसगढ़)******************************************* मेरे स्कूल-कॉलेज में साथ पढ़ने वाले लगभग सभी मित्रों की शादी हो चुकी थी,केवल मोहन बाकी रह गया था। जब भी दोस्तों की महफ़िल जमती ,सभी…

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जाकी रही भावना जैसी

डॉ. सोमनाथ मुखर्जीबिलासपुर (छत्तीसगढ़)******************************************* 'जाकी रही भावना जैसी,प्रभु मूरत देखी तिन तैसी' इसका मतलब जिसकी जैसी भावना उसी के अनुरूप प्रभु (श्रीराम) को उसी रूप में देखा। यह पंक्ति आजकल…

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सा…ड़ी…

डॉ. सोमनाथ मुखर्जीबिलासपुर (छत्तीसगढ़)******************************************* मैं शाम को ऑफिस से घर लौटा, तो देखा कि मेरी पत्नी जो रोज मेरी ऑफिस से आने की प्रतीक्षा करती थी,आज नहीं दिखी। दरवाजा भी…

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