संस्कार दीजिए
एस.के.कपूर ‘श्री हंस’बरेली(उत्तरप्रदेश)********************************* बच्चों को मंहगे त्यौहार नहीं,उन्हें संस्कार दीजिये,उनको अपने अच्छे गुणों,का उपहार दीजिये।आधुनिक खिलौने तो ठीक है,पर साथ उनके लिए-कैसे करें बड़ों से बात वह,उचित व्यवहार दीजिये॥ बच्चों को अभिमान नहीं,स्वाभिमान सिखाइये,आलस्य नहीं गुण उनको,श्रमदान का बताइये।बच्चों को चमक ही चमक नहीं,चाहिये उनको रोशनी-दिखावा नहीं आदर आशीर्वाद,का गुणगान दिखाइये॥ बच्चों को भी सिखाइये … Read more