ये जो कुमकुम…

ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************** ये लाल रंगक्या कहा…रंगएक सुहागन से पूछो…नहीं यह लाल रंग नहीं,संकेत है उमंग का सँग का आनंद कायह जो कुमकुम है…। यह लाल रंग अर्पण है प्रेम…

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घर-आँगन गुलज़ार

ताराचन्द वर्मा ‘डाबला’अलवर(राजस्थान)*************************************** माता के नौ रंग (नवरात्रि विशेष).... सारी सृष्टि की जन्मदात्री माँ दुर्गा का,अवतार हुआ हैमेरे हृदय के आँगन में खुशियों का,श्रृंगार हुआ है। जय भवानी के नारों…

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हिंदी सकल शिरोमणि

जबरा राम कंडाराजालौर (राजस्थान)**************************** हिंदी और हमारी जिंदगी.... हिंदी मेरी मातृभाषा है,हिंदी मेरी पहचान हैहिंदी मेरा स्वाभिमान है,हिंदी से हिंदुस्तान है। हिंदी में ही राष्ट्र गीत है,हिंदी में राष्ट्र-गान हैहिंदी…

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दिव्य नौ दिवस…

एम.एल. नत्थानीरायपुर(छत्तीसगढ़)*************************************** माता के नौ रंग...... नवरात्रि उत्सव में तो,माता की आराधना हैशक्ति के आव्हान पर,भक्त की ये साधना है। उपवास एवं जागरण,ये सात्विकता होती हैपूजा-अर्चना करने से,यह पवित्रता होती…

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मैया आशीष लेके आ गई

विजयलक्ष्मी विभा इलाहाबाद(उत्तरप्रदेश)************************************ पहना न पाई मैं चुनरिया, मैया आशीष लेके आ गई।मैया हमारी ऐसी दयालु, दिखलाई आप ही डगरिया,मैया आशीष लेके आ गई॥ मैया की एक झलक ने मन की,भर…

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गर्मी की तपन

बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)****************************************************** देखो गर्मी की तपन, छायी है चहुँ ओर।तड़प रहें सब जीव है, मचा हुआ है शोर॥ तपती धरती आसमां, कलरव नहीं विहंग।नीर बूँद पाने सभी,…

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वैश्विक छवि

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** मोहनदास गाँधी जयंती विशेष... गाँधी महान,की लड़ाई अकेले-पाया वतन। 'बापू' इंसान,बना दी पहचान-थे वरदान। नाम मोहन,काम किया विराट-दिया अमन। पसंद खादी,थे मजबूत मन-फकीर गाँधी। सादगी गाँधी,रहा पक्ष…

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भारत की पहचान

अब्दुल हमीद इदरीसी ‘हमीद कानपुरी’कानपुर(उत्तर प्रदेश)********************************************* मोहनदास गाँधी जयंती विशेष..... हर कोने में विश्व के, भारत की पहचान।सदियों में इक जन्म ले, गाँधी-सा इंसान॥ घर-घर में था गूँजता, आज़ादी का…

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जीवन एक उत्सव

वंदना जैनमुम्बई(महाराष्ट्र)************************************ जीवन का यही है ताना-बाना,मदारी-सा नाच नचानापथ में आए शूलों में से,चुन कर पुष्प सत्व पीते जाना। सीख समझ जीवन की,धैर्य मरहम से फटी बिवाइयाँअपनी भरते जाना,जीवन उत्सव…

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कन्यारूपी देवी

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* कन्या तो है देवीरूपा,सबके दुख को हरती है।बेटी प्रति अनुराग लुटाओ,वो जगमग जग करती है॥ बेटी में दुर्गा,काली है,बेटी सचमुच दिव्या है।बेटी तो है भजन-आरती,बेटी नित…

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