अंधविश्वास…

निर्मल कुमार जैन ‘नीर’  उदयपुर (राजस्थान) ************************************************************ टूटा विश्वास- मैंने जब भी किया अंधविश्वासl सब दिखावा- न कर अंधविश्वास एक छलावाl शिक्षा फैलाओ- पाखण्ड के विरूद्ध जागृति लाओl मन में खोट- अंधविश्वास पर करना चोटl दुनिया गोल- बाह्य आडम्बर की खोल तू पोलl परिचय-निर्मल कुमार जैन का साहित्यिक उपनाम ‘नीर’ है। आपकी जन्म तिथि ५ … Read more

बेबस बचपन

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’ जमशेदपुर (झारखण्ड) ******************************************* हृदय पीड़, बेबस बचपन… कैसे सुलझे ? श्रम करते, बेबस बचपन… सोचिए आपl कारण कई, बेबस बचपन… गरीबी भारीl पोषण करे, बेबस बचपन… परिवार काl जूठन धोए, बेबस बचपन… क्षुधा मिटायेl पढा़ई नहीं, बेबस बचपन… तड़पे देखl खेलना चाहे, बेबस बचपन… नयन नीरl सोचे समाज, बेबस बचपन… कैसे … Read more

निर्वाण…

निर्मल कुमार जैन ‘नीर’  उदयपुर (राजस्थान) ************************************************************ बताओ युक्ति- जन्म मृत्यु से कैसे मिलती मुक्ति। एक ही चाह- प्रभु शरण में हो मोक्ष की राह। धर्म का मर्म- होती केवल्य प्राप्ति शुभ हो कर्म। कई प्रमाण- काटो कर्म बन्धन मिले निर्वाण। मिलता यश- जन्म बंधन मुक्त मिले श्रेयस। परिचय-निर्मल कुमार जैन का साहित्यिक उपनाम ‘नीर’ … Read more

टेलीविजन

निर्मल कुमार जैन ‘नीर’  उदयपुर (राजस्थान) ************************************************************ टेलीविजन- कहाँ क्या हो रहा है, सब बताताl टेलीविजन- घर बैठे जग की, सैर कराताl टेलीविजन- अमूल्य धरोहर, हमें दिखाताl टेलीविजन- ये जुल्म-गुनाह से, पर्दा उठाताl टेलीविजन- दुनिया का सामान्य, ज्ञान कराताl परिचय-निर्मल कुमार जैन का साहित्यिक उपनाम ‘नीर’ है। आपकी जन्म तिथि ५ मई १९६९ और जन्म … Read more

लड़की…

निर्मल कुमार जैन ‘नीर’  उदयपुर (राजस्थान) ************************************************************ करो पोषण- लड़की पर कभी न हो शोषण। लड़की पढ़े- नित नये सपनों को वह गढ़े। करो दुलार- लड़कियों पर न हो अत्याचार। न करो भूल- लड़की नही होती चरण धूल। न हो व्यापार- क्यों लुटती लड़की सरे बाज़ार। परिचय-निर्मल कुमार जैन का साहित्यिक उपनाम ‘नीर’ है। आपकी … Read more

अम्बे गौरी मैया..

निर्मल कुमार जैन ‘नीर’  उदयपुर (राजस्थान) ************************************************************ खप्पर वाली- दुष्टों की संहारक काली कल्याणीl तुझको ध्याते- ब्रम्हा विष्णु महेश महिमा गातेl करता भक्ति- हे!अम्बे गौरी मैया तू मेरी शक्तिl सुन लो मैया- फँसा भव सागर पार हो नैयाl हे!जग माता- तू है हम सबकी भाग्य विधाताl परिचय-निर्मल कुमार जैन का साहित्यिक उपनाम ‘नीर’ है। आपकी … Read more

दशहरा

शशांक मिश्र ‘भारती’ शाहजहांपुर(उत्तरप्रदेश) ************************************************************************************ रावण राज कब से कब तक, पुतले जलें। हँसा रावण अपनों की वृद्धि से, इस बार भी। विजयपर्व कब किस-किसका, रावण हँसे। वन में राम घर में कोहराम, कैसा उत्सव। मन का जले अगर रावण तो, हो दशहरा। पुतले जले हैं हँसते रावण, घर हमारे। गुण वृद्धि हम कर सकें … Read more

नवरात्रि

शशांक मिश्र ‘भारती’ शाहजहांपुर(उत्तरप्रदेश) ************************************************************************************ देवी ही देवी, कल्याण है करती मन हो सच्चा। ज्ञानी गुणी हैं, मूढ़ भी बन जाते माँ की कृपा। करो याद तो, निर्भय कर देती हरे गरीबी। सिद्धि दायिनी, शक्ति समन्वय माँ कल्याणी। तुम प्रसन्न, दु:ख-दर्द न रहें धनी विपन्न। देवी अम्बिके, त्रय लोकेश्वरि माँ हम भजते। रोग नाशक, आश्रय … Read more

पुस्तक..

निर्मल कुमार जैन ‘नीर’  उदयपुर (राजस्थान) ************************************************************ जीवन सार- पुस्तकों में छिपा है, सुखी संसारl बड़ों का मान- पुस्तकें सिखाती है, हमें सद्ज्ञानl राह बताती- किताबें हमें सच्चा, पाठ पढ़ातीl जग विचित्र- अनजान राहों में, पुस्तक मित्रl देती संस्कार- सभी पर लुटाती, पुस्तकें प्यारl परिचय-निर्मल कुमार जैन का साहित्यिक उपनाम ‘नीर’ है। आपकी जन्म तिथि … Read more

जीवन साथी…

निर्मल कुमार जैन ‘नीर’  उदयपुर (राजस्थान) ************************************************************ जीवन साथी- अनूठा है संगम, दिया व बाती। साथ निभाना- मेरे जीवन साथी, भूल न जाना। दुनिया दंग- जब जीवन साथी, प्रीत के संग। कभी रूठना- जीवन साथी से तो, कभी मनाना। न हो उदास- जीवन साथी पर, रख विश्वास। परिचय–निर्मल कुमार जैन का साहित्यिक उपनाम ‘नीर’ है। … Read more