नव रश्मियाँ आईं

पद्मा अग्रवालबैंगलोर (कर्नाटक)************************************ नव वर्ष की नयीसुबह है,नव सूर्य कीनयी रश्मियाँ आई हैं,खुशियों से जीवन कोआलोकित करने,तन में नयी तरंगेंमन में नई प्रेरणा भरने,ताकि हम सब मिलकरसमाज में नवनिर्माण करें,जीवन…

Comments Off on नव रश्मियाँ आईं

हो नववर्ष मंगलमय

डॉ. मुकेश ‘असीमित’गंगापुर सिटी (राजस्थान)******************************************** नव प्रभात की किरण सलोनी,लाया नव अनुराग हैसप्तस्वरों में गूँज रहा अब,जीवन का नव राग है। प्राची की अरुणिमा बोल उठी,-"नव पल्लव तरुवर पर साजे"हर्ष-वृष्टि…

Comments Off on हो नववर्ष मंगलमय

कृपा सिंधु मेरे राम

हरिहर सिंह चौहानइन्दौर (मध्यप्रदेश )************************************ जग के पालनहार,लियो जन्म अयोध्या मेंदीनदयाल हमारे,कृपा सिंधु मेरे राम। ख़ुशी अयोध्या में छाई,घर-घर दीप जलाएहमारे दीनानाथ आए,कृपा सिंधु मेरे राम। कौशल्या के आँगन में,लियो…

Comments Off on कृपा सिंधु मेरे राम

लड़ो निज से

ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)******************************************* क्यों बैठा उदासी में, बता किससे रार ठाने हो,ठाने हो स्वयं से बैर ऐसे हार माने होमाने हो अगर तो जीत जाओगे लड़ो निज से,निज से जीतने…

Comments Off on लड़ो निज से

मिली ज़िंदगी उम्रभर…

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़)********************************************* मिली ज़िंदगी उम्रभर का सफर हो,डगर बिन मिले एक मंज़िल सभी कोचली जा रही साॅंस-धड़कन रहे तो,ख़बर हो न अगले समय की किसी को। लगे…

Comments Off on मिली ज़िंदगी उम्रभर…

प्रश्न विकराल है…

संजीव एस. आहिरेनाशिक (महाराष्ट्र)****************************** 'चिपको आंदोलन स्मृति' विशेष... आज भी अंधाधुंध कटते वृक्षों को देख,मुझे सहसा याद हो आयी है रैणी गाँव कीउस गौरादेवी की, जिसने आज ही के दिनअपने…

Comments Off on प्रश्न विकराल है…

झंझावात जीवन में

डॉ. प्रताप मोहन ‘भारतीय’सोलन (हिमाचल प्रदेश)***************************************************** जब वायुमंडल में प्रचंड रूप से,आंधी और तूफान आता हैयही मौसम,'झंझावात' कहलाता है। चमकती है आकाश में बिजली,और ओले भी बरसते हैंचारों तरफ होता…

Comments Off on झंझावात जीवन में

संघर्ष कर रहा हूँ

राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’धनबाद (झारखण्ड) ****************************************** मैं संघर्ष कर रहा हूँ,भले जोर से न सहीस्वतः धीरे-धीरे ही,आगे मैं बढ़ रहा हूँ। चिंतन को बना साथी,मंथन का चढ़ हाथीमैं संघर्ष कर रहा…

Comments Off on संघर्ष कर रहा हूँ

व्यर्थ नहीं जाती आशा

राजबाला शर्मा ‘दीप’अजमेर(राजस्थान)******************************************* लोगों ने लाख था समझाया,अनजान थी।अपनी धुन में रही मगन,मेरी न कोई,जान-पहचान थी। सूखी धरा पर बो दिए थे,नेह के बीज!क्या प्रस्फुटित होंगे ?ये सोच-सोच परेशान थी।…

Comments Off on व्यर्थ नहीं जाती आशा

सदा करो सम्मान

सरोजिनी चौधरीजबलपुर (मध्यप्रदेश)********************************** दया ग़रीबों पर करो, नहीं करो अपमान,करो सहायता उनकी, और करो सम्मान। और करो सम्मान, सदा तुम सुखी रहोगे,मिले सदा आशीष, नहीं तुम दुखी रहोगे। पर उपकार…

Comments Off on सदा करो सम्मान