कारागार के बंधन टूटे

कुमकुम कुमारी ‘काव्याकृति’मुंगेर (बिहार)********************************************** कृष्ण जन्माष्टमी विशेष.... भादो माह कृष्ण अष्टमी को,देवकीनंदन जन्म लिए हैंकारागार के बंधन टूटे,द्वारपाल सब औंधे पड़े हैं। लेकर टोकरी में कान्हा को,देखो वसुदेव निकल पड़े…

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खेलों में जय घोष लगा दें…

हरिहर सिंह चौहानइन्दौर (मध्यप्रदेश )************************************ हमारे विश्वास को हम अपना आत्मबल बना दें,हर रोज खेल व खिलाड़ी दोनों मिलकर रंग जमा देंदुनिया में हम नहीं हैं किसी से कम,आओ मिलकर…

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नव किरण बेटियाँ

दिनेश चन्द्र प्रसाद ‘दीनेश’कलकत्ता (पश्चिम बंगाल)******************************************* प्रभात की नव किरण हैं बेटियॉं,रवि की नई रश्मि होती हैं बेटियॉंऊषा की अंजली होती हैं बेटियॉं,दिनेश की लालिमा होती बेटियॉं। हो अगर न…

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मेरा कान्हा सबका प्यारा

संजय वर्मा ‘दृष्टि’ मनावर(मध्यप्रदेश)**************************************** कृष्ण जन्माष्टमी विशेष... मोर मुकुट वाले,कान्हा की छविअति प्यारी,पालना झुलावेसखियाँ सारी,चंहुओर खुशियाँ छाई,माखन मिश्री कीप्रसाद पाई। कीर्तन संग,बंसी बजाईनृत्य कर,जन्माष्टमी मनाईमेरा कान्हा,सबका प्यारा।घर-मंदिर सजे,और सजेयमुना तट किनारा॥…

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सबकी डोर प्रभु के हाथ

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* सबकी डोर सम्भालो प्रभु जी, तुम सबके रखवाले होतेरी महिमा सबसे न्यारी, प्रभु अपरम्पार निराले हो। दिया जन्म नर तुम्हीं धरा पर, तुम सबके…

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भूल न जाना

श्रीमती देवंती देवीधनबाद (झारखंड)******************************************* तुम दूर रहो चाहे, पास में रहना,अभी तो मैं जिन्दा हूँ याद रखनाभले मित्र बन गई, मेरी चारपाई,हे पुत्र, दु:ख से पीड़ित है तेरी माई। थी…

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प्रेम का बंधन है राखी

धर्मेंद्र शर्मा उपाध्यायसिरमौर (हिमाचल प्रदेश)******************************************************* धागा नहीं प्रेम का बंधन है राखी,झुका दे भगवान को भी वो अटूट रिश्ता है राखीसिखाता प्रेम, त्याग व बलिदान,खुशी से महकता हर एक जहान।…

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वंदन

सरोजिनी चौधरीजबलपुर (मध्यप्रदेश)************************************** प्रथम प्रणाम मात कर जोरूँ,जिसने दिया मुझे संसारप्रथम गुरू मेरे जीवन की,करती वंदन बारम्बारमाता मेरी जननी तुम ही,तुम ही मेरी जन्म आधारशीश नवा कर हाथ जोड़कर,मैं करती…

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भाद्रपद की अष्टमी

मानसी श्रीवास्तव ‘शिवन्या’मुम्बई (महाराष्ट्र)****************************************** बादलों की गड़गड़ाहट संग प्रवेश करती है भाद्रपद,रोशनी कर देती है गगन में बादलों में बिजली की चमक। बस यही आस लगाए रहती है प्रकृति की,जल्दी…

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तभी प्रेम करना…

बबीता प्रजापति झाँसी (उत्तरप्रदेश)****************************************** हृदय में यदि,समर्पण होजीवन बस एक को,अर्पण होतभी प्रेम करना। हृदय ज़ब अनुरागी हो,सुख-दु:ख में सहभागी होजग से बस बैरागी हो,तभी प्रेम करना। बिन देखे व्याकुल हो…

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