राष्ट्र कवि सत्यनारायण सत्तन उज्जैन में सम्मानित
उज्जैन(मप्र)। महाकाल की नगरी उज्जैन में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन आयोजित किया गया। इसमें देश के कई कवि-कवियित्रियों ने काव्य पाठ किया। संस्था आजाद और सत्तन गुरु शिष्य मंडल ने…
उज्जैन(मप्र)। महाकाल की नगरी उज्जैन में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन आयोजित किया गया। इसमें देश के कई कवि-कवियित्रियों ने काव्य पाठ किया। संस्था आजाद और सत्तन गुरु शिष्य मंडल ने…
अभिनंदन समारोह.... पंचकूला(हरियाणा)। आजादी के अमृत महोत्सव पर हरियाणा साहित्य अकादमी पंचकूला द्वारा प्रदेश के वरिष्ठ साहित्यकारों का अभिनंदन समारोह टैगोर थिएटर चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की अध्यक्षता…
अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर वैश्विक ई-कवि सम्मेलन/समाचार में देना मुम्बई(महाराष्ट्र)। हिंदी सहित सभी भारतीय भाषाओं के प्रचार-प्रसार के लिए कार्यरत ‘वैश्विक हिंदी सम्मेलन’ संस्था द्वारा 'अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस' के अवसर…
अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर्व.... इंदौर। अपनी मातृभाषा के उपयोग से पहले उसे स्वीकारना बहुत आवश्यक है। अपनी भाषा-संस्कृति के साथ दूसरी भाषा को भी सम्मान दें। यह बात शिक्षा…
महू(मप्र)। अखिल भारतीय साहित्य परिषद की महू इकाई ने 'अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस' के अवसर पर काव्य,ग़ज़ल कार्यशाला और गोष्ठी का आयोजन किया। इसमें नई पीढ़ी के २० से अधिक कवियों…
ठाणे(महाराष्ट्र)। सोनुभाऊ बसवंत कला व वाणिज्य महाविद्यालय,शहापुर (ठाणे)के हिन्दी विभाग और महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी(मुम्बई) के संयुक्त तत्वावधान में एक-दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय हिंदी वेबिनार(ई-गोष्ठी) २१फरवरी को सुबह १० बजे होगी।…
हैदराबाद(तेलंगाना)। केंद्रीय हिंदी संस्थान (हैदराबाद केंद्र)पर अमरावती जिले (महाराष्ट्र)के हिंदी अध्यापकों के लिए आयोजित ४४५वें ऑनलाइन नवीकरण पाठ्यक्रम का समापन समारोह ज़ूम से हुआ। अध्यक्षता प्रो. बीना शर्मा (निदेशक केंद्रीय…
जम्मू (काश्मीर)। वरिष्ठ साहित्यकार अशोक लव के उपन्यास 'शिखरों से आगे' की अनुवादित कृतियों 'शिखरन से आगे' व 'शिखरें शा अग्गै' का लोकार्पण डॉ. शोभा खंडेलवाल(अध्यक्ष हिंदी साहित्य समिति,नार्थ ईस्ट…
संगोष्ठी:भारत के पड़ोसी देशों में हिंदी... हैदराबाद(तेलंगाना)। भारत के पड़ोसी देश नेपाल, भूटान,श्रीलंका,म्याँमार,अफगानिस्तान में हिंदी भाषा का शिक्षण और प्रचलन न केवल हमारे संबंधों को मजबूत बनाता है,बल्कि आत्मीयता और…
कथा सम्मेलन.... मंडला(मप्र)। कथा-पुस्तकों के पाठक तो घटे हैं, लेकिन आज भी कथा-पुस्तकें लिखी जा रही हैं,पढ़ी जा रही हैं,पर पाठकों में कथाएं पढ़ने में वैसी मनोयोगता,लगन व गंभीरता नहीं…